मायापुरी अंक 4,1974
विजय आनंद की एक के बाद एक कई फिल्में फ्लॉप हुई। इन असफलताओं से घबराकर उसने नई फिल्में लेनी बंद कर दी और अपना ध्यान पूना के आचार्य रजनीश के श्रीचरणों में लगाया। इससे पत्रकार भाइयों ने भी स्वाभाविक अनुमान लगाया कि विजय आनंद सांसारिक माया-मोह-भ्रम-जाल से उकता गया है। अठारह सितम्बर को विजय आनंद ने अपनी नई फिल्म ‘जान हाजिर है’ की नायिका लवलीन से विवाह कर डाला। यह विवाह पूना में विजय के गुरू आचार्य रजनीश के हाथों संपन्न हुआ। अरे भई. आपको विवाह करना है तो शौक से करो मगर पत्रकार भाइयों को सस्पेंस में क्यों रखते हो ? खैर नव विवाहित युगल को हमारी बधाई !