साहित्यकारों के सम्मान लौटाने की आलोचना करते हुए अनुपम खेर का कहना है कि ‘यह सब कुछ राजनीतिक मंतव्य के साथ किया जा रहा है, वैसे भी ऐसा तो नहीं है कि देश में ऐसी हिंसक घटनाएं पहली दफे हो रही हैं।’ साहित्यकारों के इरादे पर सवाल खड़ा करते हुए अनुपम ने कहा ‘यह पीएम को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है, अगर यह लोग लौटाना ही चाहते हैं तो सब कुछ क्यों नहीं लौटा देते।’ अनुपम ने यह भी कहा कि ‘क्योंकि मेरी पत्नी भाजपा में है इसलिए लोगों को लग रहा है कि मैं साहित्यकारों का विरोध कर रहा हूं लेकिन ऐसा नहीं है, यह मेरे निजी विचार हैं।’