मायापुरी अंक 12.1974
आशा सचदेव का नवीनतम साथी कौन है ? कोई रजा मुराद नाम का युवक (आशा, क्या तुम्हारा स्टैंडर्ड इतना गिर गया.) आशा सचदेव नियमित रूप से रजा मुराद से मिलने जाती है. दोनों एक दूसरे के हाथ डाले घूमने भी जाते है। (बात घूमने तक ही रहे तो गनीमत है ) रजा मुराद के पिता जी भी बहुत बड़े दिल के व्यक्ति हैं। इस दोस्ती पर वे मुस्करा कर कहते हैं “दोनों बच्चे है।
हम उनकी आजादी में दखल क्यों दे ? बात बिगड़ जाने पर दखल देने से अच्छा है, समय रहते दखल दे दिया जाए