क्षेत्रीय टीवी चैनलों राज्य के चुनाव के दौरान हितकर साबित होते है। ऐसा ही कुछ देखने को मिला बिहार चुनाव के दौरान। पिछले साल की तुलना मे भोजपुरी चैनल्स के विज्ञापन राजस्व में कम से कम 15 % की वृद्धि हुई। इसकी मुख्य वजह इस वर्ष होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों को माना जा रहा है। मुकुंद सेटलुर (बिजनेस हेड, ऑफ ईटीवी बिहार एंड झारखंड) ने इस बारे मे कहा कि विज्ञापन राजस्व की 15 % की वृद्धि हुई है। सबसे ज्यादा भाजपा और जेडीयू (यू) दलों इस विज्ञापन पर खर्च करते है।
बिहार चुनाव से भोजपुरी चैनलों के विज्ञापन राजस्व मे 15% की वृद्धि हुई
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