‘‘यशराज फिल्म्स’’ में शानू शर्मा के साथ बतौर सहायक कास्टिंग डायरेक्टर काम करते हुए ‘‘यशराज फिल्म्स’’ की ही फिल्म ‘‘दम लगा के हइशा’’ से अभिनय करियर की शुरूआत करने वाली अदाकारा भूमि पेडणेकर बहुत खुश हैं। उनकी खुशी की वजह यह है कि उनके करियर की पहली ही फिल्म ‘‘दम लगा के हइशा’ को बेस्ट हिंदी फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला है। अपनी इस खुशी को जाहिर करते हुए भूमि पेडणेकर कहती हैं- ‘‘मेरे लिए यह फिल्म बहुत खास है वैसे तो पहली फिल्म हर कलाकार के लिए खास होती है। इसके अलावा पहली ही फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार मिल जाना बहुत बड़ी उपलब्धि होती है,जिसकी मैन कल्पना ही नहीं की थी। मुझे तो किसी भी तरह के अवॉर्ड की चाहत नहीं थी पर पहले फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला और अब राष्ट्रीय पुरस्कार। मैं बहुत खुश हूं, जब फिल्म को प्यार मिलता है, तो उससे जुड़े कलाकार को ही कॉम्पलीमेंट मिलता है। सभी चाहते हैं कि अब हम और ज्यादा मेहनत करें ज्यादा अच्छा काम करें। मेरी मां ने कहा कि राष्ट्रीय पुरस्कार मिलना खुशी की बात है लेकिन बहुत ज्यादा खुश मत होना, अभी और ज्यादा मेहनत व बेहतर काम करने की जरूरत है।’’
भूमि पेडणेकर का दावा है कि उन्हे ‘‘दम लगा के हइशा’’ शूटिंग के दिन हमेशा याद रहेंगे। वह कहती हैं- ‘‘इस फिल्म की शूटिंग के दिन मुझे हमेशा याद रहेंगे। वह मेरे खुशनुमा दिन थे। मैं खूब खाती रही थी यह फिल्म मुझे इसलिए भी याद रहेगी क्योंकि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान मैंने कई लोगों के साथ अमैजिंग रिश्ते बनाए हैं इस फिल्म के लिए दो माह शूटिंग करना मेरे लिए पार्टी करने जैसा अनुभव था। हम सब लोग शूटिंग खत्म होने के बाद निर्देशक के कमरे में बैठकर ही गपशप किया करते थे, हम सभी एक परिवार की तरह रहते थे।’’