दो देश जब एक दूसरे से मिलते हैं तो उनकी बातचीत के साथ साथ उनकी सभ्यता संस्कृति के विषय में अवश्य ही पता चलता है ऐसे ही मध्य अमेरिका के देश मैक्सिको के दक्षिण में स्थित खूबसूरत देश ग्वाटेमाला जो खूबसूरत झील, अपने बड़े ज्वालामुखियों और विशाल वर्षावन के लिए प्रसिद्ध हैं। यह कहना था मारवाह स्टूडियो में चल रहे ग्वाटेमाला फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन में संदीप मारवाह का। इस अवसर पर ग्वाटेमाला के राजदूत जोर्जेस डे ला रोशे, मिशन के उप प्रमुख डेनिलो मारकुची के साथ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने निर्माता निर्देशक बोनी कपूर भी उपस्थित हुए।

फिल्म फेस्टिवल के उद्घाटन से पहले वहां की संस्कृति और सभ्यता को दर्शाती हुई एक फोटोग्राफ प्रदर्शनी का भी प्रदर्शन किया गया। जिसमें वहां के खेल व वहां के नृत्य को भी कैमरे की नज़र से दर्शाया गया। बोनी कपूर ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह सिनेमा भी एक प्रकार का नया सिनेमा है जिससे आपको काफी कुछ नया सिखने को मिलेगा जो आपकी फ़िल्मी कल्पनाओं को नयी सोच दे सकता है जिससे आप और बेहतर कर सकते हैं वैसे भी हमारी फिल्म इंडस्ट्री को नयी सोच, नयी कहानी की हमेशा ही तलाश रहती है।

ग्वाटेमाला के राजदूत जोर्जेस डे ला रोशे ने कहा कि हमारे देश में काफी अच्छी और खूबसूरत लोकेशन हैं जैसे कि भारत में है भारत शुरू से ही मेरा प्रिय रहा है यहाँ के मुस्कुराते चेहरे हमेशा ही आपको एनर्जी और पॉजिटिविटी देते हैं। हम चाहते हैं कि यहाँ के टूरिस्ट व फिल्म निर्माता हमारे देश में आकर शूटिंग करें। जो फिल्में इस समारोह में दिखाई जा रही हैं वह बिल्कुल अलग तरह की फिल्में है जो यथार्थ के काफी करीब हैं और हमेशा ही आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का काम करेगी। मिशन के उप प्रमुख डेनिलो मारकुची ने कहा की इंडो ग्वाटेमाला कल्चरल फोरम का उद्देश्य दोनों देशों के लोगों को आपस में जोड़ना है। ताकि यहाँ के स्टूडेंट वहां जाकर हमारी तकनीक को सीख सकें और हमारे स्टूडेंट यहाँ की संस्कृति और तकनीक को।

इस अवसर पर संदीप मारवाह ने कहा कि फिल्में ज्ञान का सबसे अच्छा साधन है जहाँ मनोरंजन के साथ साथ नयी तकनीक से मिल सकते हैं और मुझे बहुत ख़ुशी है कि मेरे छात्रों को इतना अच्छा अवसर मिल रहा है। इस फेस्टिवल में हमने वहां की कुछ फिल्में दिखाई हैं जिसमें प्रमुख हैं पोल, डोंड एकाबबन लॉस कमिनोस, अक्वि मी क्वेडो और हॉली काऊ।