एक वक्त था जब फेमस डायरेक्टर कोरियोग्राफर फराह खान की साफ़, स्पष्ट दो टूक, बेलाग बातों से सब चौंके रहते थे। अगर किसी ने कुछ उल्टी सीधी हरकत की तब तो उनके जुबान के चाबुक से उस बत्तमीजी करने वाले बन्दे की खैर नहीं होती थी। लेकिन अब वक्त के साथ साथ उनमे थोड़ा ठहराव आया है, इस बारे में वे कहती है,” जब मुझे कोई गुस्सा दिला देता है तो मैं उसे करारा जवाब दे देती रही हूँ क्योंकि मेरे मन में जो है वही बाहर दिखना चाहिये, मैं फेक बर्ताव नहीं कर सकती। वैसे अगर मैं गुस्से के मामले में शेरनी हूँ तो फीलिंग्स के मामले भी खूब समझती हूँ। खैर अब जब मैं एक माँ हूँ,तो वक्त के साथ मिजाज थोड़ा बदलता ही है। हम समझते है कि दूसरों के साथ उलझना अपना वक्त बर्बाद करना है। जिंदगी छोटी हैं, खुश रहना ही ठीक है।”