मायापुरी अंक 01.1974
आज के व्यस्ततम अभिनेता धर्मेन्द्र से मोहन स्टूडियो में ‘चुपके-चुपके’ के सैट पर मुलाकात हुई। इस फिल्म में शर्मिला टैगोर हीरोइन है और इसका निर्देशन ऋषिदा कर रहे है। कमाल की बात ये है कि धर्मेन्द्र अपने समय को पाबन्द है। कभी भी वह देर से सैट पर नही पहुंचते है और अपने हर मिलने वाले से बड़ी ही बेतकुल्लफी से मिलतें है।
‘मायापुरी’ फिल्म साप्ताहिक के विषय में धर्म ने कहा कि, मुझे पूरी उम्मीद है कि आपकी पत्रिका एक नई परम्परा का श्रीगणेश करेगीं। आज के इस जमाने में साप्ताहिक पत्र निकालना बड़े गुर्दे का काम है मगर आप पूरी तरह कामयाब होगे, आपके इरादे को देखकर लगता है।
अभिनेता धर्मेन्द्र विषम से विषम परिस्थितियों में भी विचलित नही होतें। उनके चेहरे पर हर समय मुस्कुराहट रहती है और यही उनकी सफलता का राज है।