बॉलीवुड हेलन सुपरस्टार नहीं बनीं लेकिन उनके चाहने वालों की संख्या किसी सुपरस्टार से कम नहीं है। उनके जैसी लोकप्रियता को हासिल करना आज भी कई कलाकारों का सपना है। 60 से 80 के दशक तक युवा दिलों पर राज करने वाली हेलन अपने दौर की एक मात्र ऐसी कलाकार हैं, जिन्हें न सिर्फ कैबरे क्वीन कहा जाता है, बल्कि हर फिल्म निर्माता अपनी फिल्म में उनके लिए एक खास गीत रखता था। बॉलीवुड की पहली आइटम गर्ल का जन्म 21 नवम्बर 1938 में एक एंग्लो-इंडियन परिवार में हुआ। हेलन ने काम दौर के हर सुपरस्टार के साथ काम किया था। हेलन ने बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना से लेकर जितेन्द्र, राजकपूर, अमिताभ बच्चन जैसे कई बॉलीवुड सितारों के साथ अपने अभिनय और डांस का जलवा बिखेरा।
उन्होंने अपने फिल्मी सफर की शुरूआत 1952 में आई सुपरहिट फिल्म ‘आवारा’ से की थी। लेकिन इस फिल्म से हेलन को कुछ खास कामयाबी नही मिली। 1958 में आई फिल्म ‘हावड़ा ब्रिज’ के मशहूर गीत ‘मेरा नाम चिन चिन’ ने हेलन का न सिर्फ बॉलीवुड में पहचान दिलवाई बल्कि उन्हें रातों रात स्टार बना दिया। इस गीत के बाद तो हेलन की अदाओं और हुस्न का जादू लोगों के सिर चढ़ कर बोलने लगा था। एक दौर ऐसा भी आया कि जिसमें सिर्फ हेलन के हुस्न और डांस को देखने के लिए सिनेमाघरों में लोगों की लंबी लाइन लग जाती थी 60 और 70 के दशक में हेलन के फिल्मी सफर का सितारा बुलंदियों पर था। इस दौर में हेलन का बॉलीवुड पर एकछत्र राज था।
उस समय बॉलीवुड में हेलन ही एकमात्र आइटम गर्ल थीं। इसके बाद जीनत अमान, परवीन बॉबी जैसी अभिनेत्रियों ने भी अपने डांस जरिए हेलन को टक्कर देने की कोशिश की, लेकिन हेलन का मुकाबला कर पाना बहुत मुश्किल था। इसी दौरान हेलन का नाम निर्माता पी.एल.अरोड़ा से जोड़ा गया। वह लम्बे समय तक उनके लिव-इन रिलेशन में भी रही, लेकिन बाद में प्यार का रंग फीका पड़ने लगा और 1974 में वह पी.एल.अरोड़ा से अलग हो गई। उसके बाद 1981 में उन्होनें सलीम खान से शादी कर ली।
अपने फिल्मी सफर में 500 से भी ज्यादा फिल्में करने वाली हेलन को 1998 मे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से और 2009 में पद्मश्री से सम्मान से नवाजा गया। इससे पहले 1979 में फिल्म ‘लहू के दो रंग’ के लिए हेलन को फिल्मफेयर बेस्ट सर्पोटिंग एक्ट्रेस का अवार्ड भी मिला था।