बॉलीवुड के किंग खान यानी शाहरुख खान आज बॉलीवुड पर राज कर रहे हैं। लेकिन एक वक्त में उन्हें फ्लॉप हीरो भी कहा जाने लगा था । यहां तक कि कई फिल्मों के फ्लॉप होने का जिम्मेदार भी शाहरुख को माना जाने लगा। लेकिन उसके बाद एक दौर ऐसा भी आया जब शाहरुख की एक के बाद एक फिल्में हिट होती गईं और शाहरुख बॉलीवुड के रोमांटिक हीरो के तौर पर पहचाने जाने लगे। आज शाहरुख खान अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनके जन्मदिन पर हम आपको बता रहे हैं शाहरुख के करियर के उस दौर के बारे में जब शाहरुख के चेहरे को ही फिल्मों के फ्लॉप होने की वजह समझा जाता थ...
'दीवाना' से किया डेब्यू
- शाहरुख खान ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत ‘दीवाना’ से की। जिसमें उनके साथ ऋषि कपूर और दिव्या भारती भी थे। लेकिन फिल्म में शाहरुख के लीड रोल में आने की ख्वाहिश अधूरी रह गई। जो पूरी हुई 'दिल आशना है' से। 'दिल आशना है' को हेमा मालिनी ने बनाया। इसमें भी शाहरुख के साथ दिव्या भारती थी। लेकिन फिल्म नहीं चली।
नेगेटिव ऐक्टर के तौर पर जाने जाते थे शाहरुख
- कुछ लोगों ने 'दिल आशना है' के फ्लॉप होने की वजह शाहरुख की मोटी नाक बताई। कहा गया कि ये नया हीरो तो हीरो जैसा लगता ही नहीं है। लेकिन शाहरुख खान ने सबको गलत साबित कर दिया। 1993 में आई फिल्म ‘बाजीगर’ और ‘डर’ ने शाहरुख को सक्सेसफुल स्टार बना दिया। लेकिन इन फिल्मों के बाद शाहरुख नेगेटिव ऐक्टर के तौर पर जाने जाते थे।
रोमांस का बादशाह बन गए शाहरुख
- 1995 में शाहरुख खान की सात फिल्में रिलीज हुईं। लेकिन 'दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे' ने शाहरुख को रोमांस का बादशाह बना दिया। शाहरुख खान ने काजोल के साथ कई शानदार रोमांटिक फिल्में दी। उन्हें बादशाह और किंग खान जैसे नामों से भी जाना जाता है।
फैमिली के बेहद करीब हैं शाहरुख
- शाहरुख खान फिल्मों के साथ-साथ अपनी फैमिली के भी बेहद करीब हैं। शाहरुख और दिलीप कुमार दो ही लोग ऐसे है, जिन्हें फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता को अवार्ड आठ बार जीता है। वहीं 2005 में भारत सरकार ने उन्हें भारतीय सिनेमा में योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया।