समुंद्री आंखें, घुंघराले सुनहरे बाल, सोने की आभा लिए रंग और गठे हुए साँचे में ढले शरीर के धनी ऋतिक रोशन को जब दुनिया का सबसे हैंडसम और सेक्सी मर्द का खिताब मिला और ग्रीक गॉड का नाम दिया गया तो भारत की स्त्रियों के लिए इससे ज्यादा खुशी की बात और क्या हो सकती थी क्योंकि मिलीनियम वर्ष 2000 में जिस चिज़ल्ड चेहरे वाले नौजवान ने अपनी पहली फिल्म 'कहो ना प्यार है' के साथ युवा लड़कियों के दिलों में हलचल मचा दी थी वो यही ऋतिक रोशन ही तो थे।
मायापुरी के लिए इंटरव्यू देते हुए उस वर्ष ऋतिक ने विश्व में इतनी ख्याति पाने के बावजूद जो कहा था वह कुछ इस प्रकार था, 'मुझे खुशी है कि मेरी फिल्म 'कहो ना प्यार है' के परफॉर्मेंस के लिए मुझे दुनिया भर में इतनी लोकप्रियता मिली, इतनी प्रसिद्धि मिली। मेरे करोड़ों चाहने वालों के प्यार को सहेजते हुए भी मैं एक बात जरूर कहूंगा कि मैं इतने में संतुष्ट नहीं हूं, मैं और भी अच्छा काम करना चाहता हूं, मुझे विश्वास है मैं कर सकता हूं लेकिन बुलंदी के उस लक्ष्य तक की दूरी तय करने के लिए मुझे अभी मीलो चलना है और कड़ी मेहनत करनी है। मेरे चाहने वाले मेरी खूबियों को गिनाते हैं, मैं भी मानता हूं, लेकिन मैं अपनी खामियों को भी ध्यान में रखता हूं।'
छः वर्ष की उम्र में ऋतिक ने अपने नाना, सुप्रसिद्ध फिल्म मेकर जे. ओमप्रकाश की फिल्म, 'आशा' मे डांस करने के साथ जो अपना फिल्मी सफर शुरू किया था वह आज 44 वर्ष की उम्र में भी बदस्तूर, पूरे धूम-धड़ाके के साथ जारी है। आइए जानते हैं इस इंडियन ग्रीक गॉड, तथा बॉलीवुड सुपरस्टार ऋतिक रोशन के बारे में। ऋतिक रोशन का जन्म 10 जनवरी 1974 को बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध नायक-फिल्म मेकर, राकेश रोशन तथा पिंकी रोशन के पुत्र के रुप में हुआ। ध्यान रहे राकेश रोशन के पिता यानी ऋतिक रोशन के दादाजी सुप्रसिद्ध बॉलीवुड फिल्म संगीतकार रोशन लाल नागरथ थे और ऋतिक के नाना जी, यानी ऋतिक की मम्मी, पिंकी के पिता, सुप्रसिद्ध बॉलीवुड फिल्म मेकर, जे. ओम प्रकाश थे।
ऋतिक की एक बड़ी बहन है सुनैना और चाचा है बॉलीवुड संगीतकार राजेश रोशन। बताया जाता है कि पिता की ओर वाले पूर्वजों में उनका रिश्ता बंगाल से भी है। बचपन से ही खूबसूरत, इंटेलिजेंट बच्चा होने के बावजूद ऋतिक सबसे कटे कटे रहते थे, इस का कारण शायद, उनके दाएं हाथ में, अंगूठे से जुड़े एक और अंगूठा होने की वजह से होगा, जिसे छुपाने के लिए वे स्कूल के बच्चों से घुलने मिलने में कतराते थे। शायद इसी घबराहट और अकेलेपन की वजह से उन्हें हकलाने की समस्या शुरु हो गई जिसकी वजह से वे स्कूल में ओरल टेस्ट से हमेशा जी चुराते और घबराते थे और तरह-तरह के बहाने बनाकर स्कूल ( बॉम्बे स्कॉटिश स्कूल) में जाने से बचते थे। लेकिन फिर पैरेन्ट्स द्वारा डेली स्पीच थेरेपी करवाने से उन्हें हकलाने की समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिल गया।
उस समय उन्हें क्या पता था कि एक दिन उनका वही डबल अँगूठा, उनका लकी अँगूठा कहलाएगा। उन्हें बचपन से ही नृत्य का बड़ा शौक था, अक्सर गाने की धुन पर नाचने लगते थे। एक दिन 6 साल के ऋतिक को उनके नाना, जे ओमप्रकाश ने अपनी फिल्म 'आशा' के सेट पर ले जाकर जितेंद्र के साथ नाचने को कहा, हालाँकि ऋतिक को पता नहीं था कि कैमरा चल रहा है लेकिन वे खूब नाचे और इनाम स्वरुप नाना जी ने उन्हें सौ रुपये दिए। ऋतिक को बहुत आनंद आया और उसके बाद उन्होंने बतौर बाल कलाकार, बिना नाम और बिना क्रेडिट के अपने नाना और पापा राकेश रोशन की कई फिल्मों में काम किया, जैसे 'आप के दीवाने', 'आसपास' (शहर में चर्चा है वाले गीत पर) वगैरह।
12 वर्ष की उम्र में फिल्म 'भगवान दादा' में उन्हें पहली बार डायलॉग वाला रोल मिला, जिसमे उन्होंने बाल चरित्र गोविंदा की भूमिका निभाई। अब तो ऋतिक के मन में फिल्मों में काम करने का शौक हिलोरे लेने लगा, लेकिन पापा राकेश रोशन ने यह कहते हुए मना कर दिया कि पहले पढ़ाई करो फिर एक्टिंग करना। तब चुपचाप ऋतिक पढ़ाई पूरी करने लगे। उन्होंने सिडेंहम कॉलेज से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के साथ-साथ वहां बहुत सारे कॉलेज फेस्टिवल्स में डांस और एक्टिंग में भाग भी लिया। 20 वर्ष की उम्र में अचानक बीमार पड़ने के कारण, उन्हें डॉक्टरों द्वारा, किसी भी तरह के खेल कूद, एक्शन, नृत्य करने से दूर रहने की सलाह मिली।
इससे ऋतिक बेहद दुखी हुए लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और एक दिन समुंदर किनारे जॉगिंग करने की ठान ली। उस दिन बारिश हो रही लेकिन वे नहीं रुके और भीगते हुए वे जॉगिंग करते रहे, आश्चर्य की बात थी कि उस एक्जर्शन के बावजूद वे बीमार नहीं पड़े। तब आत्मविश्वास से भरे ऋतिक ने ठान लिया कि वे नृत्य भी करेंगे और एक्शन भी सीखेंगे। फिर उन्होंने जबरदस्त वर्कआउट करना शुरू किया, साथ ही वे नृत्य, घुड़सवारी, स्पीच, वॉइस, एक्टिंग, डिक्शन के प्रशिक्षण भी लेने लगे और देखते देखते उनके जिस्म मे एक बेहतरीन कसाव आ गया। पढ़ाई पूरी करने के साथ साथ उन्होंने अपने पिता राकेश रोशन की फिल्मों में, उनके असिस्टेंट के रूप में काम करना शुरू किया। इस तरह वे चार फिल्मों में पापा के असिस्टेंट रहें।
इस दौरान उन्होंने सेट की साफ-सफाई से लेकर सब को चाय नाश्ता और पानी पिलाने का काम भी किया। पैक अप के बाद, ऋतिक उन फिल्मों के नायकों के रोल को खुद करके देखते थे। धीरे धीरे ऋतिक एक बेहतरीन खूबसूरत नौजवान के रूप में बॉलीवुड के फिल्म मेकर्स की निगाहों में आने लगे हैं। उन्हें शेखर कपूर ने अपनी फिल्म 'तारा रम पम' में प्रीति जिंटा के साथ डेब्यू हीरो के रूप में साइन किया, लेकिन दुर्भाग्यवश वह फिल्म बन नहीं पाई। फिर आया वह साल जब ऋतिक की दुनिया भी, मिलेनियम इयर 2000 की तरह बदल गई, जब पिता राकेश रोशन ने बेटे ऋतिक को नायक के रूप में तथा एक नवोदिता, अमीषा पटेल को नायिका के रूप में फिल्म 'कहो न प्यार है' में पेश किया, जिसने भारत में ही नहीं पूरे विश्व में लोकप्रियता के ऐसे ऐसे रिकॉर्ड तोड़े की रितिक खुद हैरान रह गए। उसके बाद उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। एक के बाद एक वे बेहतरीन और बड़े बजट की फिल्मों में काम करते रहें और उनकी ज्यादातर फिल्में सुपरहिट होती रही।
ऋतिक रोशन की कुछ मुख्य फिल्में इस प्रकार है:-
फिजा, कभी खुशी कभी गम, कोई मिल गया, कृष, कृष 3, धूम 2, जोधा अकबर, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा, अग्निपथ, बैंग बैंग, मोहन जो दड़ो, काईट्स, वगैरह। ऋतिक रोशन को अब तक छः फिल्म फेयर अवार्ड मिल चुके हैं, फोर्ब्स इंडिया सेलिब्रिटी हंड्रेड में उनकी भरपूर विश्वव्यापी लोकप्रियता तथा कमाई के कारण उनका नाम 100 प्रमुख हस्तियों में गिना गया। ऋतिक रोशन ने ढेर सारे स्टेज परफॉर्मेंस भी किए और टीवी शो 'जस्ट डांस' में बतौर जज डेब्यू भी किया था। ऋतिक रोशन ने मानव कल्याण, समाज सेवा और चैरिटी के अनगिनत कार्यों में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया और इस दिशा में आज भी काम किए जा रहे हैं। उन्होंने ढ़ेर सारे एंडोर्समेंट, ब्रांड प्रोडक्ट्स में भी काम किया, साथ ही ऋतिक ने अपनी खुद की क्लोदिंग भी लॉन्च की।
ऋतिक का मोम से बना पुतला भी लंदन के मैडम तूसाद संग्रहालय मे स्थापित है। ऋतिक की शादी उनके बचपन के मीत सुजैन से हुई जिनसे उन्हें दो बच्चे रिहान तथा रिधान भी है। लेकिन 14 वर्षों की यह शादीशुदा जिंदगी आखिर आपसी विचारों के मतभेद के कारण टूट गई। दोनों अलग हो गए। लेकिन अपने बच्चों की वजह से अक्सर दोनो आज भी मिलते रहते हैं। ऋतिक ने कई फिल्मों में अपनी आवाज में गाने भी गाए जैसे फिल्म गुजारिश, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा, तथा काईट्स। ऋतिक रोशन को उनके जन्मदिन पर मायापुरी की तरफ से ढेर सारी बधाइयां।