इस हफ्ते दर्शक एण्डटीवी के शोज में अपने पसंदीदा किरदारों को बदले हुये भेष में देखेंगे, जो मनोरंजन के स्तर को और भी बढ़ाने वाला है।
इस कहानी के बारे में बताते हुये एण्डटीवी के ‘बाल शिव’ की महासती अनुसुइया (मौली गांगुली) ने कहा, ‘‘बाल शिव (आन तिवारी) के जाने के बाद महासती अनुसुइया जल समाधि लेने का फैसला करती है! ताड़कासुर (कपिल निर्मल) इसे बाल शिव की हत्या करने के एक अवसर के रूप में देखता है और धोखे से महासती अनुसुइया का अपहरण कर उन्हें पाताल लोक लाने की योजना बनाता है। ऋषि अत्री महासती अनुसुइया को धर्म की तीन प्रतिज्ञाओं का पालन करने और कैलाश राह पर बढ़ने की याद दिलाते हैं। वारंगी (सृष्टि माहेश्वरी) एक बूढ़ी महिला का भेष धारण करती है और महासती अनुसुइया को अपनी चाल में फंसाकर उन्हें पाताल लोक ले आती है। इस बीच, बाल शिव चरवाहों के गांव में आते हैं और फिर कैलाश की ओर प्रस्थान करते हैं। महादेव की कैलाश वापसी से बेहद खुश एवं उत्साहित देवी पार्वती कैलाश वासियों को बाल शिव का स्वागत करने के लिये भेजती है। लेकिन बाल शिव को अपनी मां महासती अनुसुइया पर आने वाले खतरे का आभास हो जाता है और वे तत्काल उनकी रक्षा करने के लिये निकल पड़ते हैं।‘‘
एण्डटीवी का ‘और भई क्या चल रहा है‘ दर्शकों को 18वीं शताब्दी के मध्य में लेकर जायेगा, जिसमें मुगल काल के किरदार और नवाबी हवेली भी एक बिल्कुल नये अवतार में नजर आयेगी। इस शो की नई कहानी बाॅलीवुड की कई आइकाॅनिक फिल्मों जैसे कि ‘मुगल-ए-आजम‘, जोधा अकबर और मंगल पांडे द्वारा प्रेरित है। यह दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करने के साथ ही बाॅलीवुड का जादू भी चलायेगी। शांति मिश्रा (फरहाना फातेमा) ने बताया, 'सकीना (अकांशा शर्मा) को हवेली के बाग में एक पायल मिलती है। वह जैसे ही इसे पहनती है अपने आप नाचना शुरू कर देती है और अचानक मिर्जा (पवन सिंह) की हत्या करने के लिये उसके पीछे भागने लगती है। उसके इस व्यवहार से घबराया मिर्जा उसे डाॅ कुडे के पास लेकर जाता है। उनकी सलाह पर, सकीना की पास्ट लाइफ रिग्रेशन थैरेपी कराई जाती है और इसमें पता चलता है कि पूर्व जन्म में वह एक नर्तकी थी, जिसका नाम था रूह अफसाना। ठीक इसी तरह, शांति को एक सुनहरे रंग का दुपट्टा मिलता है! स्कीना उसे बताती है कि पिछले जन्म में वह उसकी सहेली निमकी थी और उस जन्म में उन दोनों को ब्रिटिश जनरल लड्डूसन (जोकि इस जन्म में बिट्टू यानी की अन्नु अवस्थी है) के सामने नाचने को मजबूर किया गया था। अपनी इस कहानी में सकीना यह भी बताती है कि उसके पति मिर्जा और मिश्रा (अंबरीश बाॅबी) पिछले जन्म में गफ्फार और चन्नु के प्रेमी थे। और उनकी प्रेम कहानी पर उस समय संकट के बादल छा गये थे, जब लड्डुसन ने चिमटी (बीबीसी) की मदद से उनके बीच गलतफहमियां पैदा कर दी थीं। लड्डूसन रूह अफसाना और निमकी को अगवा कर लेता है और उनके प्रेम को तबाह कर दिया जाता है। क्या यह एक खूबसूरत प्रेम कहानी का अंत होगा या वे इस मौके का इस्तेमाल लड्डूसन को सबक सिखाने के लिये करेंगे।'
एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की कहानी के बारे में बताते हुये योगेश त्रिपाठी (हप्पू सिंह) ने कहा, ‘‘एक धनवान बिजनेसमैन अजीत को हप्पू और बेनी (विश्वनाथ चटर्जी) का घर पसंद आ जाता है और वह उसी जगह पर अपने लिये एक बड़ा घर बनवाना चाहता है। वह उन दोनों को पैसे आॅफर करता है और उनके घर खाली करने के लिये कहता है, लेकिन वे उसके आॅफर को ठुकरा देते हैं। उनकी इस बात से अजीत गुस्सा हो जाता है और उन्हें धमकी देता है। हप्पू उसे गिरफ्तार कर लेता है और जेल में बंद कर देता है। इसके बाद खुद डीआईजी पुलिस स्टेशन आते हैं और अजीत की जमानत कराते हैं। वह हप्पू से अजीत का आॅफर स्वीकार कर लेने और उनका घर खाली करने के लिये कहते हैं। हप्पू और बेनी अजीत को काॅल करते हैं और उससे कहते हैं कि बिमलेश (सपना सिकरवार) ने खुदकुशी कर ली है, क्योंकि वह अपना घर बेचना नहीं चाहती थी। इसलिये, वे उसे अगले दिन पैसों के साथ आने के लिये कहते हैं और बताते हैं कि वे दोनों बिमलेश की लाश को ठिकाने लगाने का इंतजाम कर रहे हैं। हालांकि, जब अजीत आता है, तो देखता है कि बिमलेश का भूत राजेश (कामना पाठक) की हत्या कर रहा है और यह देखकर वह डर जाता है। अब अजीत का अगला कदम क्या होगा? क्या वह वहां से भाग जायेगा या किसी दूसरी योजना के साथ वापस आयेगा?'
एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ की कहानी के बारे में बताते हुये आसिफ शेख (विभूति नारायण मिश्रा) ने कहा, ‘‘पैसे नहीं लौटाने की वजह से डाॅक्टर, मास्टर और टीएमटी द्वारा विभूति को अपमानित किया जाता है। अनीता यह सब देख लेती है और उन्हें चेतावनी देती है कि वे अपने जोखिम पर उसे पैसे दें। बाद में, जब विभूति लोन मांगने के लिये उनके पास जाता है, तो वे पैसे देने से इनकार कर देते हैं। इसके बाद वह अपने दोस्त प्रेम (विश्वजीत सैनी) की मदद लेते हैं। वह जब वहां पहुंचता है तो उसे पता चलता है कि प्रेम ने अपने एक कर्जदार की एक प्रिंटिंग प्रेस पर कब्जा कर लिया है और उसने वह प्रेस विभूति को को चलाने की इजाजत दी है। विभूति अपने अपमान का बदला लेने का फैसला करता है और चालू चिकनी चाची मैगजीन के नाम से गाॅसिप छापता है। वह तिवारी, अनीता भाबी, टीएमटी, डाॅक्टर, मास्टर, अम्मा और हप्पू के बारे में अपमानजनक लेख प्रकाशित करता है, जिससे वे घबरा जाते हैं। क्या उन्हें कभी पता चल पायेगा कि इन लेखों के पीछे असल में किसका हाथ है और विभूति ही चालू चिकनी चाची है?'
देखिये ‘बाल शिव‘ रात 8ः00 बजे, ‘और भई क्या चल रहा है?‘ रात 9ः30 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ रात 10ः00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ रात 10ः30 बजे, सोमवार से शुक्रवार, सिर्फ एण्डटीवी पर