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Brahmastra की परिक्षा की घड़ी एक उत्सुकता की लहर के साथ सिनेमा प्रेमियों को क्यों कर रही है उद्वेलित

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By Sulena Majumdar Arora
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घड़ी की सुई टिक टिक करते हुए बॉलीवुड के दिलों की धड़कन बढ़ा रही है क्योंकि उस फिल्म की किस्मत बस कुछ ही समय में लिखी जानी है, जिसपर एक तरह से बॉलीवुड की भी किस्मत टिकी हुई है. मैं बात कर रही हूँ पिछले छह सालों से बन रही बहुचर्चित, बहुप्रतीक्षित फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' की जिसकी कहानी  सिर्फ मानव और अग्नि के मिलन की परीक्षा ही नहीं बल्कि इस चार सौ करोड़ में  बनने वाली फिल्म के हर सदस्य के धैर्य और उम्मीद की परीक्षा भी है. सच पूछो तो इस फिल्म को देखने की उत्सुकता और बेचैनी आज की तारीख में, देश विदेश के हर  सिनेमा प्रेमी को है, चाहे फिल्म को लेकर कितना भी प्रचार या दुर प्रचार हो रही हो, लेकिन एडवांस बुकिंग की रफ्तार कुछ और कहानी कह रही है. ये सही है कि सेलिब्रिटी आम जनता के रोल मॉडल होते हैं और उनके द्वारा कही हर बात का असर समाज पर पड़ता है लेकिन ये भी सही है कि किसी के पर्सनल ओपिनियन का असर 400 करोड़ की फिल्म पर पड़ने लगे तो ये एक भयावह अंजाम है जो फिल्म उद्योग के अर्थ व्यवस्था की चूलें हिला सकती है और जिससे ना जाने कितने मासूमों के चूल्हे पर भी असर पड़ सकता है.

दस ग्यारह साल पहले किसी स्टार की बोली गई उनके पर्सनल सच्चाई का दंश देश के सबसे बड़े उद्योग भला क्यों झेले क्योंकि फिल्म में सिर्फ रणबीर कपूर ही नहीं जुड़ा है बल्कि और भी ढेर सारे कलाकार, तकनीशियन, निर्माता, फाइनेंसर सब जुड़े हैं जिनका रणबीर के पर्सनल पसंद, नापसंद से कुछ लेना देना नहीं. खैर, ऐसे माहौल में 'ब्रह्मास्त्र' के रिलीज के दो दिन पहले दिल्ली में इस फिल्म के प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिल्म की नायिका आलिया भट्ट, फिल्म के नायक रणबीर कपूर और फिल्म के निर्देशक अयान मुखर्जी ने जो प्रेस मीट रखी उसमें फिल्म को लेकर सकारात्मक ऊर्जा और सुन्दर भावनाओं का निर्झर साफ़ महसूस हुआ. मंच पर बैठे आलिया, अयान और रणबीर अपने बॉडी लैंग्वेज और पोशाक से ही कॉन्फिडेंट रंगों में दिखे. आलिया ने अपने बेबी बम्प को लीलक रंग के ब्लेजर और मॉम जीन्स, में बड़ी खूबी से छुपाये रखा और रणबीर ने तो मस्टर्ड कपड़ों में सबका मन मोह लिया, अयान हमेशा की तरह अपने कैजुअल में थे. प्रेस मीट की शुरुआत में 'ब्रह्मास्त्र' के प्रेरणा के बारे में बताते हुए फिल्म के कुछ एक्सक्लूसिव 3D हिस्सों की फुटेज शेयर की गई और जब आलिया और रणबीर ने प्रेस मीट जॉइन किया तो वे दोनों और पूरी टीम ने फिल्म के प्रति अपनी एक्साइटमेंट और दर्शकों की प्रतिक्रिया के बारे में एंटीसिपेशन जाहिर किया.

पत्रकारों के प्रश्नों का ज़वाब देते हुए निर्देशक अयान मुखर्जी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि फिल्म देखने के बाद दर्शक थिएटर से यह भावना लेकर निकलेंगे कि उन्होंने एक बहुत ही ओरिजिनल भारतीय फिल्म देखी, और उनमें एक  सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा, वो ऊर्जा, जिसे पिछले दस सालों से इस फिल्म के कॉन्सेप्ट और निर्माण के दौरान उन सबने महसूस की." जब हमने आलिया भट्ट से फिल्म के निर्देशक अयान के साथ काम करने का अनुभव पूछा तो उन्होनें अयान को उनके निर्देशन-हुनर में पैशनेट और अग्नि की ऊर्जा युक्त होने की बात कही. आलिया ने फिल्म मेकर अयान के डेडिकेशन, मेडिटेशन और डीसिप्लिन की तारीफ करते हुए कहा कि अयान की अग्नि युक्त ऊर्जा इतना संक्रामिक (शीघ्र प्रभावी) है कि वो फिल्म में काम करने वाले प्रत्येक जन पर असर डालता रहा. इस कारण उसे इस फिल्म को करने को लेकर कभी कोई शंका नहीं रही. दरअसल वो अयान की पिछली फ़िल्मों (वेक अप सिड',' ये जवानी है दीवानी ') के मेकिंग को लेकर ही इतनी प्रभावित थी कि वो खुद अयान के साथ काम करने को उत्सुक थी. हालांकि आलिया को उज्जैन मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया लेकिन जब प्रेस मीट में उनसे पूछा गया कि आज के मौसम क्या इस फिल्म को रिलीज करना ठीक है?

तो इसपर आलिया ने कहा, "क्लाइमेट क्या है? ऐसी कोई बात नहीं है, क्लाइमेट बस ये है कि यह सितंबर का महीना है और उसके बाद अक्टूबर आएगा. 9 सितंबर एक खूबसूरत तारीख है फिल्म रिलीज के लिए, माहौल खूबसूरत है, कोविड काल को हम सबने झेला है, उससे आज की स्थिति बेहतर है हालांकि कोविड एकदम खत्म नहीं हुआ है पर कन्ट्रोल में है, यह बढ़िया माहौल नहीं तो क्या है? अब हम सबको हेल्दी, हैपी, सिक्योर, रहने के बारे में ध्यान देना चाहिए. हम सबको हमारी आज की जेनरल लाइफ को लेकर शुक्रगुज़ार होना चाहिए. इसलिए आप सब लोग ऐसा कुछ मत बोलो, आप ऐसा कुछ स्प्रेड मत करो. माहौल नेगेटिव नहीं है. सबकुछ पॉजिटिव है. बस यही सच्चाई है."

जब रणबीर कपूर से पूछा गया कि अयान के साथ ब्रह्मास्त्र जैसी फिल्म में काम करने का उनका फैसला और अनुभव कैसा रहा तो उन्होंने भी लगभग आलिया की भावनाओं को दोहराया और बताया कि अयान के साथ उसने पहले भी दो फ़िल्में की है जिससे उनकी दोस्ती प्रगाढ़ हुई है और इस फिल्म को अंजाम देने की उत्सुकता बहुत बढ़ी. जब रणबीर से आज के समय में चलते बॉयकॉट ट्रेंड को लेकर उनका ओपिनियन पूछा गया तो रणबीर ने कहा कि जब कोई फिल्म नहीं चलती है तो वह उसके कन्टेंट के कारण नहीं चलती है, दर्शकों को अगर कहानी पसंद न आए तो फिल्म नहीं चलती है. रणबीर ने अपनी पिछली रिलीज शमशेरा के हश्र का जिक्र करते हुए कहा कि किसी बॉयकॉट का बॉक्स ऑफिस भाग्य से कोई लेना देना नहीं.

उधर अयान ने अपने इन लीड स्टार्स के इस फिल्म में काम करने को लेकर उनके डेडिकेशन और हार्ड वर्क की तारीफ करते हुए कहा, "आलिया और रणबीर मेरे साथ हर रोज फिल्म की छोटी छोटी बातों को लेकर भी बहुत डिस्कस करते थे, जिन दिनों सेट पर उनकी जरूरत नहीं होती थी उन दिनों भी दोनों बिना आराम करने के बारे में सोचते हुए सेट पर आ जाते थे, और सबकुछ सम्भालने में मेरी मदद करते थे. सच पूछो तो वे फिल्म के सिर्फ लीड एक्टर्स ही नहीं बल्कि असिस्टेंट डायरेक्टर्स जैसे काम कर रहे थे."

अयान से जब इस फिल्म के बहिष्कार को लेकर उठ रहे आवाज़ तथा रणबीर, आलिया को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश से रोक पर उठ रहे सवालों पर प्रश्न किया गया तो उन्होंने अपना पक्ष प्रस्तुत करते हुए कहा कि वे एक शिव भक्त हैं और फिल्म निर्माण के पहले से ही वे उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन करने और भगवान शिव से आशिर्वाद लेने का मन बना चुके थे, इसलिए जब फिल्म पूरी हो गई तो वे इस मंदिर के दर्शन करने को व्याकुल हो गए, रणबीर और आलिया भी उनके साथ महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए साथ आए थे लेकिन वहां कुछ लोगों द्वारा प्रोटेस्ट किए जाने और वहां की स्थिति को देखते हुए अयान ने मंदिर में अकेले जाने का फैसला किया. अयान बोले, "जब हम लोग वहां पंहुचे और इन सब बातों का पता लगा तो मैंने मंदिर में अकेले जाने का फैसला किया, आखिर मैं तो वहां सिर्फ आशिर्वाद लेने गया था और मैं आलिया को अपने साथ, उनके इस वक्त के कंडीशन में नहीं ले जाना चाहता था.

इसलिए वहाँ अकेला गया. हालांकि मुझे थोड़ा दुख हुआ कि वे दोनों भी दर्शन करना चाहते थे, जो नहीं कर पाए, लेकिन फिर सोचा कि मेरे दर्शन और आशिर्वाद पाने का प्रभाव फिल्म के सबको मिलेगा." आगे अयान ने कहा कि ब्रह्मास्त्र का टैग लाइन है कि प्रकाश और उजास आ रहा है क्योंकि यह फिल्म स्पिरिचुअलिटी की बातें करता है. अयान ने अपना मत व्यक्त करते हुए कहा कि सबको पॉजिटिवीटी और सौहार्द तथा उत्साह फैलाने में मदद करना चाहिए. अयान ने कहा फिल्म की पूरी टीम ने वाकई कड़ी मेहनत की है पिछले छः वर्षों से और वो खुद दस वर्षों से इस फिल्म की तैयारी में लगे हुए हैं जो फिल्म भारतीय कल्चर को सेलिब्रेट करता है.

जब हम पत्रकारों ने अयान, रणबीर और आलिया से पूछा कि अगर वे फिल्म के किरदारों के अनुसार अपने रियल जीवन में कोई अस्त्र की अभिलाषा करे तो वह कौन सा अस्त्र होगा? तो कमाल ये हो गया कि तीनों में से किसी ने भी ब्रह्मास्त्र की इच्छा नहीं की. रणबीर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे मिस्टर इंडिया की तरह अदृश्य होने का अस्त्र चाहते हैं और इसके पीछे का कारण वास्तव में हम में से कई लोगों के साथ सम्बन्धित दिखता है, ऐसा इसलिए क्योंकि रणबीर एक अंतर्मुखी व्यक्ति है. अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए रणबीर ने कहा, "ब्रह्मास्त्र तो सिर्फ अस्ट्रावर्स की शुरुआत है, अयान के पास और भी कितनी सारी इस तरह की जादुई कहानियां हैं भविष्य के लिए, लेकिन मुझे सिर्फ एक अस्त्र पसन्द है जो इस फिल्म में नहीं है, और वो है मिस्टर इंडिया अस्त्र, यानी अदृश्य होने वाला अस्त्र क्योंकि मैं एक इंट्रोवर्ट हूँ, मैं आशा करता हूँ कि आगे कभी अयान इस अस्त्र को भी अपनी फिल्म में शामिल करेंगे. आलिया ने कहा कि वो लव अस्त्र की इच्छा रखती है क्योंकि प्यार से बढ़कर दुनिया में और कुछ भी नहीं है. फिल्म ब्रह्मास्त्र भारतीय और विश्व दर्शकों के लिए अस्त्रों की एक नई दुनिया पेश करेगी.

'ब्रह्मास्त्र' एक फैंटेसी एपिक ड्रामा है जिसके पार्ट 1 'शिवा' में मुख्य कलाकार हैं रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, अमिताभ बच्चन, नागार्जुन, मौनी रॉय तथा बहुत सारे अन्य कलाकार, जिसे देश विदेश के दर्शक, नौ सितंबर 2022 से देख सकते हैं.  डिज्नी और धर्मा प्रोडक्शन द्वारा घोषित त्रयी फ़िल्मों की श्रंखला में यह पहली फिल्म है. फिल्म में नायक शिवा, बुरी शक्तियों से किस प्रकार एक प्रकाश को हासिल करके लड़ता है, ये बताया गया है. फिल्म में ऐसे ऐसे दृश्य हैं जो बॉलीवुड तो क्या हॉलीवुड के सिनेमा में भी आज तक नहीं देखा गया. यह फिल्म आज तक दुनिया के सबसे उच्च तकनीक के अद्भुत, अकल्पनीय दृश्य और एक्शन के साथ साथ भारतीय संस्कृति, भारतीय ताकत, गरिमा को भी उजागर कर रहा है. यह फिल्म पाँच भाषाओं, हिन्दी, इंग्लिश, तमिल, कन्नड और मलयालम में बनी है तथा 3डी में  बनी यह फिल्म एक अथाह अनुभव देने का वादा करती है.

जब रणबीर कपूर से पूछा गया कि अयान के साथ ब्रह्मास्त्र जैसी फिल्म में काम करने का उनका फैसला और अनुभव कैसा रहा तो उन्होंने भी लगभग आलिया की भावनाओं को दोहराया और बताया कि अयान के साथ उसने पहले भी दो फ़िल्में की है जिससे उनकी दोस्ती प्रगाढ़ हुई है और इस फिल्म को अंजाम देने की उत्सुकता बहुत बढ़ी. जब रणबीर से आज के समय में चलते बॉयकॉट ट्रेंड को लेकर उनका ओपिनियन पूछा गया तो रणबीर ने कहा कि जब कोई फिल्म नहीं चलती है तो वह उसके कन्टेंट के कारण नहीं चलती है, दर्शकों को अगर कहानी पसंद न आए तो फिल्म नहीं चलती है. रणबीर ने अपनी पिछली रिलीज शमशेरा के हश्र का जिक्र करते हुए कहा कि किसी बॉयकॉट का बॉक्स ऑफिस भाग्य से कोई लेना देना नहीं.

उधर अयान ने अपने इन लीड स्टार्स के इस फिल्म में काम करने को लेकर उनके डेडिकेशन और हार्ड वर्क की तारीफ करते हुए कहा, "आलिया और रणबीर मेरे साथ हर रोज फिल्म की छोटी छोटी बातों को लेकर भी बहुत डिस्कस करते थे, जिन दिनों सेट पर उनकी जरूरत नहीं होती थी उन दिनों भी दोनों बिना आराम करने के बारे में सोचते हुए सेट पर आ जाते थे, और सबकुछ सम्भालने में मेरी मदद करते थे. सच पूछो तो वे फिल्म के सिर्फ लीड एक्टर्स ही नहीं बल्कि असिस्टेंट डायरेक्टर्स जैसे काम कर रहे थे."

अयान से जब इस फिल्म के बहिष्कार को लेकर उठ रहे आवाज़ तथा रणबीर, आलिया को उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश से रोक पर उठ रहे सवालों पर प्रश्न किया गया तो उन्होंने अपना पक्ष प्रस्तुत करते हुए कहा कि वे एक शिव भक्त हैं और फिल्म निर्माण के पहले से ही वे उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन करने और भगवान शिव से आशिर्वाद लेने का मन बना चुके थे, इसलिए जब फिल्म पूरी हो गई तो वे इस मंदिर के दर्शन करने को व्याकुल हो गए, रणबीर और आलिया भी उनके साथ महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए साथ आए थे लेकिन वहां कुछ लोगों द्वारा प्रोटेस्ट किए जाने और वहां की स्थिति को देखते हुए अयान ने मंदिर में अकेले जाने का फैसला किया. अयान बोले, "जब हम लोग वहां पंहुचे और इन सब बातों का पता लगा तो मैंने मंदिर में अकेले जाने का फैसला किया, आखिर मैं तो वहां सिर्फ आशिर्वाद लेने गया था और मैं आलिया को अपने साथ, उनके इस वक्त के कंडीशन में नहीं ले जाना चाहता था. इसलिए वहाँ अकेला गया. हालांकि मुझे थोड़ा दुख हुआ कि वे दोनों भी दर्शन करना चाहते थे, जो नहीं कर पाए, लेकिन फिर सोचा कि मेरे दर्शन और आशिर्वाद पाने का प्रभाव फिल्म के सबको मिलेगा." आगे अयान ने कहा कि ब्रह्मास्त्र का टैग लाइन है कि प्रकाश और उजास आ रहा है क्योंकि यह फिल्म स्पिरिचुअलिटी की बातें करता है. अयान ने अपना मत व्यक्त करते हुए कहा कि सबको पॉजिटिवीटी और सौहार्द तथा उत्साह फैलाने में मदद करना चाहिए. अयान ने कहा फिल्म की पूरी टीम ने वाकई कड़ी मेहनत की है पिछले छः वर्षों से और वो खुद दस वर्षों से इस फिल्म की तैयारी में लगे हुए हैं जो फिल्म भारतीय कल्चर को सेलिब्रेट करता है.  

जब हम पत्रकारों ने अयान, रणबीर और आलिया से पूछा कि अगर वे फिल्म के किरदारों के अनुसार अपने रियल जीवन में कोई अस्त्र की अभिलाषा करे तो वह कौन सा अस्त्र होगा? तो कमाल ये हो गया कि तीनों में से किसी ने भी ब्रह्मास्त्र की इच्छा नहीं की. रणबीर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे मिस्टर इंडिया की तरह अदृश्य होने का अस्त्र चाहते हैं और इसके पीछे का कारण वास्तव में हम में से कई लोगों के साथ सम्बन्धित दिखता है, ऐसा इसलिए क्योंकि रणबीर एक अंतर्मुखी व्यक्ति है. अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए रणबीर ने कहा, "ब्रह्मास्त्र तो सिर्फ अस्ट्रावर्स की शुरुआत है, अयान के पास और भी कितनी सारी इस तरह की जादुई कहानियां हैं भविष्य के लिए, लेकिन मुझे सिर्फ एक अस्त्र पसन्द है जो इस फिल्म में नहीं है, और वो है मिस्टर इंडिया अस्त्र, यानी अदृश्य होने वाला अस्त्र क्योंकि मैं एक इंट्रोवर्ट हूँ, मैं आशा करता हूँ कि आगे कभी अयान इस अस्त्र को भी अपनी फिल्म में शामिल करेंगे. आलिया ने कहा कि वो लव अस्त्र की इच्छा रखती है क्योंकि प्यार से बढ़कर दुनिया में और कुछ भी नहीं है. फिल्म ब्रह्मास्त्र भारतीय और विश्व दर्शकों के लिए अस्त्रों की एक नई दुनिया पेश करेगी.

'ब्रह्मास्त्र' एक फैंटेसी एपिक ड्रामा है जिसके पार्ट 1 'शिवा' में मुख्य कलाकार हैं रणबीर कपूर, आलिया भट्ट, अमिताभ बच्चन, नागार्जुन, मौनी रॉय तथा बहुत सारे अन्य कलाकार, जिसे देश विदेश के दर्शक, नौ सितंबर 2022 से देख सकते हैं.  डिज्नी और धर्मा प्रोडक्शन द्वारा घोषित त्रयी फ़िल्मों की श्रंखला में यह पहली फिल्म है. फिल्म में नायक शिवा, बुरी शक्तियों से किस प्रकार एक प्रकाश को हासिल करके लड़ता है, ये बताया गया है. फिल्म में ऐसे ऐसे दृश्य हैं जो बॉलीवुड तो क्या हॉलीवुड के सिनेमा में भी आज तक नहीं देखा गया. यह फिल्म आज तक दुनिया के सबसे उच्च तकनीक के अद्भुत, अकल्पनीय दृश्य और एक्शन के साथ साथ भारतीय संस्कृति, भारतीय ताकत, गरिमा को भी उजागर कर रहा है. यह फिल्म पाँच भाषाओं, हिन्दी, इंग्लिश, तमिल, कन्नड और मलयालम में बनी है तथा 3डी में  बनी यह फिल्म एक अथाह अनुभव देने का वादा करती है.

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