आलिया भट्ट जब भी परदे पर आती है तब कोई बड़ा कमाल देखने को मिलता है। अगर साथ में वरुण धवन हो तो कहने ही क्या। दोनों ने साल 2012 में स्टूडेंट ऑफ द ईयर से करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद दोनों और भी कई फिल्मों में साथ काम करते नजर आए। अब 2019 में एक बार फिर से कलंक के जरिए वरुण और आलिया की जोड़ी दर्शकों का मनोरंजन करने आ गई है।
फिल्म के प्रमोशन के दौरान उन्होंने अपनी मदर की फिल्म नो फादर्स इन कश्मीर पर भी अपना नजरिया स्पष्ट करते हुए कहा कि फिल्म की कहानी देखने के बाद बुरा भी लगा, फिल्म देखने के बाद से अब तक मन में कई सवाल भी उठे। मुझे लगता है यह फिल्म सभी को जरूर देखनी चाहिए। खास कर यूथ को यह फिल्म देखनी ही चाहिए। एक सिंपल कहानी के जरिए, एक मुश्किल मुद्दे को उठाया गया है। इस फिल्म के जरिए फिल्म में देश के आज के हालातों पर अपना प्रॉस्पेक्टिव रखा है।
आलिया सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहती हैं। वह ट्रोलिंग की चपेट में भी आती रही हैं। ट्रोलिंग और मीम्स को लेकर उनका कहना है कि जब मुझे सोशल मीडिया पर लोग ट्रोल करते हैं तो मैं माइंड नहीं करती हूं। मेरे लिए यह ट्रोलिंग भी एक अलग तरह की अटेंशन है। वैसे भी मेरे लिए कभी नेगेटिव ट्रोलिंग थी ही नहीं। मुझे नेगेटिव ट्रोलिंग वही लगती है, जिसमें मुझे, मेरे परिवार और जिनको मैं प्यार करती हूं। उनको किसी भी तरह की झूठी या गलत बातों के लिए ट्रोल किया जाता है, तब मैं अपसेट हो जाती हैं या खुश नहीं रहती हूं। बाकी मीम्स जैसे ट्रोल्स पर तो मैं हंसती हूं।
आलिया ने कश्मीर में धारा-370 को लेकर अपनी बात रखते हुए कहा कि मैं इस बारे में कोई राय नहीं दे सकती क्योंकि मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं जानती। कश्मीर के हालात को लेकर सोशल मीडिया में लोग अपना नजरिया रखते हैं। उन्हें इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती। मैं तो यही कहूंगी कि जब तक आपको किसी भी विषय की सही जानकारी न हो, आपको अपना ओपीनियन देना ही नहीं चाहिए। वहां के लोग किसी परिस्थिति में जी रहे हैं, ये वही जानते हैं।
राजस्थान में भी रूप नाम की एक नारी काफी चर्चित हैं। क्या कलंक में उसी रूप को दिखाया गया है? इस सवाल पर आलिया कहती हैं कि इसमें मेरा अलग रूप है। हालांकि कहानी राजस्थान से ही जुड़ी है। इस रूप का किरदार बिल्कुल अलग है। रूप जो भी करती है, प्यार की वजह से करती है, बर्दाष्त भी करती है, तो प्यार की वजह से करती है, कोई स्टैप उठाती है, तो वो भी प्यार की वजह से उठाती है। उसका ड्राइविंग फोर्स प्यार है। वह पीरियड टाइप की मॉडर्न गर्ल है जिसका क्रांतिकारी स्परूप है। वह अपने मन की करती है।
क्या कलंक के किरदार एक-दूसरे से कनेक्टेड हैं? इसपर आलिया कहती हैं कि हम अक्सर यह बात करते हैं कि यह दुनिया बहुत छोटी है। यहां भी ऐसा ही है। हर किरदार कहीं न कहीं एक दूसरे से जुड़ा है और हर किरदार की खुद की कहानी है। सब मिल-जुलकर एक पटरी पर चलते हैं। उन सभी में आपको कम्पलैक्सिटी दिखाई देगी। आलिया से उनके यादगार और चुनौतीपूर्ण किरदार के बारे में पूछा तो वह कहती हैं कि उड़ता पंजाब में मेरा सबसे ज्यादा चैलेंजिंग रोल था। उस दुनिया के बारे में मुझे कुछ पता नहीं था कि वे किस तरह की लाइफ स्टाइल जीते हैं। हाईवे मेरे लिए नया सब्जेक्ट था। कलंक पीरियड ड्रामा है। मेरे किरदार में कई लेयर्स हैं। मुझे उम्मीद है दर्शकों को यह फिल्म जरूर पसंद आएगी।