तीन तलाक जैसे संजीदा विषय पर बनी फिल्म कोड ब्लू का हाल ही में बर्लिन फिल्म फ़ेस्टिवल में वल्र्ड प्रीमियर हुआ था, जहां पर स्क्रीनिंग के बाद फिल्म को ख़ूब तालियां और तारीफ़ें मिलीं। इस उपलब्धि के बाद कोड ब्लू को यूरोप के सबसे बड़े भारतीय और साउथ एशिया फिल्म फ़ेस्टिवल यानि लंदन इंडियन फिल्म फ़ेस्टिवल के लिए आमंत्रित किया गया है। इस फ़ेस्टिवल की पहुंच 160 मिलियन लोगों तक बतायी जाती है। एक मेडिकल प्रोफ़ेशनल और एक डेब्यूटंट डायरेक्टर होने के नाते अलीना खान इस बात को लेकर काफ़ी ख़ुश हैं कि उनकी ये फिल्म तीन तलाक जैसे संजीदा और अमानवीय मुद्दे पर आधारित है, जहां तीन लफ्ज़़ बोलकर मासूम लड़कियों की जिंदगियां तबाह कर दी जाती हैं। अलीना खान ने कहा कि धर्म के ठेकदार, जिनमें से कई अशिक्षित भी होते हैं, तमाम खामियों का फ़ायदा उठाने से नहीं चूकते हैं। अलीना ने तमाम तरह के तलाक पर पाबंदी लगाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से भी गुज़ारिश की है। अलीना कहती हैं कि मैंने ऐसी औरतों की तकलीफ़ों को बेहद करीब से देखा और महसूस किया है। अलीना खान का मकसद है कि उनकी फिल्म कोड ब्लू को दुनिया भर में दिखाया जाए ताकि लाखों महिलाओं की जिंदगी में बदलाव लाया जा सके। अलीना खान ने कहा कि मेरी फिल्म की प्रोटैगनिस्ट ऐसी महिलाएं हैं जिनका अपने ही तलाक में किसी भी तरह की कोई सहमति और बोलने की आज़ादी नहीं होती है। जब शादी इस्लामिक नियम से और कुबूल है बोलकर की जाती है तो तलाक भी तो आपसी सहमति से होना चाहिए। उनका मानना है कि हम जो बदलाव चाहते हैं, पहले हमें ख़ुद ही उस बदलाव का हिस्सा बनना होगा।
लंदन इंडियन फिल्म फ़ेस्टिवल में दिखायी जाएगी 'कोड ब्लू'
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