सिखों के पवित्र धर्मग्रंथ गुरु ग्रंथ साहिब के कथित अपमान के मामले में पंजाब पुलिस की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) ने अक्षय कुमार, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को तलब किया है। पंजाब सरकार ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
अक्षय को 19 नवंबर को पेश होना है
पंजाब सरकार के ट्वीट में लिखा है, 'पुलिस फायरिंग की घटनाओं की जांच कर रही SIT ने बरगाड़ी में धर्म ग्रंथ के अपमान के मामले में पूछताछ के लिए प्रकाश, सुखबीर बादल और अक्षय को समन भेजा है। प्रकाश को 16 नवंबर, सुखबीर को 19 नवंबर और अक्षय को 21 नवंबर को अमृतसर स्थित सर्किट हाउस में पेश होना पड़ेगा।'
रिपोर्ट के मुताबिक, SIT सदस्य और आईजी रैंक के अधिकारी कुंवर विजय प्रताप सिंह ने अलग-अलग समन आदेश जारी किए हैं। एसआईटी, राज्य में धर्मग्रंथ की बेअदबी की कई घटनाओं के बाद 2015 में फरीदकोट में कोटकपूरा और बहबल कलां में गोलीबारी की घटनाओं की जांच कर रही है। बहबल कलां में पुलिस गोलीबारी में दो लोग मारे गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक़, सीएम अमरिंदर सिंह ने पाया है कि इसके तार राम रहीम से जुड़े थे।
2015 में हुई थी गुरु ग्रन्थ साहिब के पन्नों से छेड़छाड़
ये मामला गुरुमीत राम रहीम के डेरा सच्चा सौदा और सिखों के बीच झड़प का है। बता दें, कि 2015 में गुरु ग्रन्थ साहिब के 110 पन्नों के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था। इसके पीछे डेरा समर्थकों का हाथ बताया गया। मामला सामने आने के बाद डेरा और सिख संगठनों के लोग आमने सामने हो गए थे। पंजाब में कुछ दिन तक अशांति रही और हिंसक घटनाएं देखने को मिलीं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अक्षय पर आरोप है उस दौरान उन्होंने बादल और राम रहीम के बीच मुलाकात कराई थी। हालांकि अक्षय मुलाकात कराने की बात से पहले ही इनकार कर चुके हैं।