कांग्रेस के टाइम में लगी एमरजेंसी पर फिल्म बन रही हो तो ऐसे में बवाल होना तो लाज़मी है हम बात कर रहे हैं डायरेक्टर मधुर भंडारकर की आने वाली फिल्म 'इंदु सरकार' की जो रिलीज से पहले ही कंट्रोवर्सिओं का लगातार शिकार हो रही है। इमरजेंसी पर आधारित इस फिल्म को रोकने से लेकर बैन करने तक की डिमांड की जा रही है। जिसमे अभी हाल ही में एक नेता ने तो मधुर भंडारकर के मुंह पर कालिख पोतने वाले को एक लाख का ईनाम देने की घोषणा भी कर दी है। जी हाँ कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं के इस फिल्म को लेकर तीखे रिएक्शन देखने को मिल रहे हैं जिनमे सबसे पहले नाम आता है संजय निरुपम को जो इस सिलसिले में सेंसर बोर्ड को खत लिख चुके हैं। संजय निरुपम ने मांग की है कि फिल्म को सेंसर करने से पहले इसे कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों को दिखाई जाए। उन्होंने कहा, 'हम आश्वास्त होना चाहते हैं कि हमारी पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और संजय गांधी समेत दूसरे कांग्रेसी नेताओं की इसमें छवि खराब करने की कोशिश नहीं की गई है।
इसलिए हम रिलीज से पहले इसे एक बार देखना चाहते हैं।' हालांकि मधुर भंडारकर ने साफ कर दिया है कि वो रिलीज से पहल किसी को फिल्म नहीं दिखाएंगे और अब एक और कांग्रेसी नेता हसीब अहमद ने फिल्म का विरोध करते हुए कहा है कि मधुर भंडारकर के चेहरे पर कालिख पोतने वाले को 1 लाख का ईनाम दिया जाएगा। हसीब अहमद नाम के ये कांग्रेसी नेता इलाहाबाद के रहने वाले हैं। इस पोस्टर में लिखा है, 'नेहरू-गांधी परिवार को साजिश बदनाम करने वाली फिल्म 'इंदु सरकार' के निर्माता एवं निर्देशन मधुर भंडारकर के मुंह पर कालिख लगाने वाले योद्धा को 1 लाख रुपये का नगद पुरस्कार।' इस पोस्टर में मधुर भंडारकर की तस्वीर पर काले रंग से क्रॉस का निशान भी बना हुआ है। बिना फिल्म देखे इतने अपमान जनक रिएक्शन देना क्या एक इतनी पुरानी पार्टी को शोभा देता है।