देश के लिए पहली ऑस्कर अवार्ड जीतने वाली भानु अथैया का 91 साल की उम्र में निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार चल रही थी. यह जानकारी उनकी बेटी राधिका गुप्ता ने दी.
भानु अथैया की बेटी राधिका गुप्ता ने बताया कि गुरूवार की सुबह उनका निधन हो गया. दरअसल आठ साल पहले उनके मस्तिष्क में ट्यूमर होने का पता चला था. पिछले तीन साल से वह बिस्तर पर थीं क्योंकि उनके शरीर के एक हिस्से को लकवा मार गया था. उनका अंतिम संस्कार दक्षिण मुंबई के चंदनवाड़ी शवदाह गृह में किया गया.
भानु अथैया का जन्म कोल्हापुर में हुआ था. उन्होंने हिंदी सिनेमा में सीआईडी में कॉस्ट्यूम डिजाइनर के रूप में अपने करियर की शुरूआत की थी. उन्होंने पांच दशक के अपने लंबे करियर में 100 से अधिक फिल्मों के लिये अपना योगदान दिया. भानु अथैया को डायरेक्टर रिचर्ड एटनबरो की फिल्म 'गांधी' के लिए ऑस्कर में बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर अवार्ड से नवाजा गया.
कॉस्टयूम डिजाइनर के तौर पर भानु अथैया ने 100 से ज्यादा बॉलिवुड फिल्मों में काम किया है. ‘सत्यम शिवम सुंदरम'' में जीनत अमान ‘आम्रपाली' में अभिनेत्री वैजयंतीमाला, ‘गाइड'' में वहीदा रहमान की कॉस्ट्यूम उन्होंने डिजाइन किया था. आपको बता दें कि भानु अथैया ने आखिरी बार शाहरुख खान की फिल्म 'स्वदेस' और आमिर खान की फिल्म 'लगान' के लिए काम किया था. उन्हें 'लगान' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा गया था.
भानु अथैया ने 2012 में ऑस्कर अवॉर्ड को लौटाने की घोषणा की. उनका कहना था कि उनके परिवार वाले और भारत सरकार उनके इस अमूल्य अवार्ड के रख-रखाव में सक्षम नहीं हैं, इसलिए यह अवार्ड अकादमी के संग्रहालय में ही सबसे सुरक्षित रहेगा.