स्टार भारत के हाल ही में लॉच हुए नए शो 'कार्तिक पूर्णिमा' की कहानी बिलकुल अनोखी है फ़रवरी में शुरू हुई पूर्णिमा की कहानी उसकी सीरत का गुणगान करती है। इस शो में एक्ट्रेस कविता घाई दर्शकों को पहली बार एक ग्रे शेड किरदार में नज़र आ रही हैं। जहाँ वह कार्तिक (हर्ष नागर) की माँ का किरदार निभा रही हैं और वह सावले रंग से बहुत नफरत करती हैं। ऐसे में सावले रंगत वाली पूर्णिमा (पौलमी दास) को हमेशा उनके रंग पर फटकारती और ज़लील करती नज़र आती हैं, जिसके लिए वह शूट के बाद शर्मिंदा भी होती हैं और पौलमी से अपने बुरे बर्ताव के कारन माफ़ी भी मांगती हैं।
आपको बता दें कि कविता घाई ने इससे पहले भी छोटे और बड़े परदे पर कइयों बार माँ का किरदार निभाया है, जिसे दर्शकों द्वारा ख़ूब सराहनाएं मिली हैं फिर चाहे वह करीना कपूर की माँ हों या फिर जेनिफर विंगेट की दर्शकों को उन्होंने अपनी एक्टिंग से ख़ूब लुभाया है। पर इस बार पहली बार वह एक नेगेटिव रोल निभा रही हैं, जिसके लिए उन्होंने जमकर तैयारियां की हैं और हर बार की तरह इस बार भी अपना 100 प्रतिशत देना चाहती हैं, जिससे दर्शक उनके बर्ताव को देख उनसे नफरत करें और वह अपने किरदार में खरी उतरें।
एक्टर कविता घाई ने बताया कि मैं रियल लाइफ में जातिवाद, रंग भेद के बिलकुल खिलाफ हूँ। मुझे बहुत बुरा लगता है जब मैं सोनी मेहरा के किरदार में रेसिज़म का उदाहरण पेश करती हूँ। मेरे किरदार के आधार पर मुझे ऐसा इसलिए करना पड़ता है ताकि हम लोगों को यह सीख दे सकें कि समाज में आज भी ऐसी प्रवित्ती के लोग है जो रंग भेद और जातिभेद को बढ़ावा देते हैं, जिसे जड़ से खदेड़ना बहुत ज़रूरी है। लोगों के यह पता होना चाहिए कि ऐसे लोगों की मानसिकता से लोगों पर कितना प्रभाव पड़ता है। मैं हर सीन के बाद बहुत बुरा महसूस करती हूँ और पौलमी (पूर्णिमा) से सीन में अपने बर्ताव के लिए माफ़ी भी मांगती हूँ। कविता ने कहा कि हम साल 2020 में पहुंच चुकें हैं हमें लोगों के दिलों को देखना चाहिए न की उसके चेहरे को ।
ऐसे में भले ही 'कार्तिक पूर्णिमा' शो की सोनी मेहरा व्यक्ति को उसके रंग से महत्ता दें, लेकिन रील लाइफ में कविता घाई लोगों के दिलों को पसंद करती हैं ।
देखिए 'कार्तिक पूर्णिमा ' शो हर सोमवार से शनिवार, रात 8:30 बजे, सिर्फ़ स्टार भारत पर।