राजेश खन्ना बॉलीवुड इंडस्ट्री के पहले सुपर स्टार थे, पहले ऐसे एक्टर थे जिन्हें द सुपरस्टार कहा जाता था. सुपर स्टार बनने और एक शानदार कैरियर हासिल करने की शुरुआत उनकी एक फिल्म, आराधना से हुई थी. सन 69 में आई अराधना और उसके गाने ऐसे सुपर हिट हुए आज तक लोगों की ज़ुबान पर चढ़े हुए हैं.
इन्हीं गानों में से एक गाना, मोहम्मद रफी की आवाज़, आनंद बक्षी के सदाबहार बोल और सचिन देव बर्मन जी के संगीत में पिरोया ऐसा गाना भी था जो सालों तक रेडियो की गीत मालाओं से हटा ही नहीं.
सुनिए यह सदाबहार गाना –
गुनगुना रहे हैं भँवरे
खिल रही हैं कली कली
गली गली, कली कली
गुनगुना रहे...
ज़रा देखो सजन
बेईमान भँवरा कैसे मुसकाये
हाय कली यूँ शरमाये
घूँघट में जैसे कोई छुप जाये
ऋतु ऐसी हाए, कैसी
ये पवन चली गली गली
गुनगुना रहे हैं भँवरे...
किसी को क्या कहें
हम दोनो भी हैं देखो कुछ खोये
खोये हुआ क्या ओए
ओए जागे जिया में अरमान सोये
ऋतु ऐसी हाए कैसी
ये पवन चली गली गली
गुनगुना रहे हैं भँवरे...
सुनो पास न आओ
कलियों के बहाने प्यार न जताओ
जाओ चलो बात न बनाओ
भँवरे के बहाने आँख न लड़ाओ
ऋतु ऐसी हाए कैसी
ये पवन चली गली गली
गुनगुना रहे हैं भँवरे...