जिस धूमधाम से हमारे घर पर ईद मनाई जाती है, उसी धूमधाम से हमारे घर दीवाली भी मनाई जाती है। मुझे याद है, इस बंगले (मन्नत) में हमने दीवाली के मौके पर गृहप्रवेश किया था। हालाँकि बंगले का रेनोवेशन अधूरा रह गया था, बंगले की पेंटिंग का काम अधूरा रह गया था, ग्राउंड फ्लोर में सीमेंट रेती, बांस बल्लियां लोहा लक्कड़ पड़ा हुआ था, उसी में हमने गृह प्रवेश कर लिया था क्योंकि हम दिवाली अपने नए बंगले में ही मनाना चाहते थे। अपने परिवार और खास मित्रों के साथ अपने इसी बंगले के छत पर, इधर उधर से बिजली के टेम्पोरारी तार खींचकर (क्योकि बंगले में रौशनी की व्यवस्था नहीं थी) हमने रौशनी की थी और पार्टी मनाई थी। आज हर उत्सव हम इसी बंगले में धूमधाम से मनाते है। घर पर जश्न मनाने की पार्टी चलती है, फ़िल्म इंडस्ट्री और गैर फ़िल्म इंडस्ट्री से मेरे सारे मित्र घर पर मुझसे और मेरे परिवार से मिलने आते है। घर की सजावट, रंगोली और पार्टी की मेनू गौरी, मेरी वाइफ सारी जिम्मेदारी खुद उठाती है। दीवाली पर गौरी, लक्ष्मी पूजा का आयोजन भी करती है। मैं अपने बच्चों के साथ हर वर्ष बालकॉनी में फुलझड़ी, अनार, जलाता हूँ।, कोई धमाके या धुँए वाले पटाखे हम घर पर नहीं लाते, मेरी बेटी सुहाना को धमाके वाले क्रैकर्स बिकुल पसंद नहीं। आप सब भी दीवाली खूब आनंद से मनाइये यही मेरी दुआ है। मायापुरी के पाठकों को दीवाली की बहुत बहुत बधाईयां।
ईद और दीवाली धूमधाम से मनाता हूं- शाहरुख़ खान
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