वह यहां ताजमहल देखने के लिए आईं महज एक पर्यटक नहीं है। दरअसल, लोरेना फ्रैंको एक प्रसिद्ध स्पेनिश अभिनेत्री और लेखक हैं, जिन्होंने अपनी डेब्यू फिल्म ‘पहाड़गंज’ को लेकर बॉलीवुड उद्योग की व्यापक प्रशंसा की। वही ’पहाड़गंज’,जो दिल्ली का एक खास इलाका है, तो विदेशी पर्यटकों के लिए एक हॉट स्पॉट और विचित्र व्यवसायों के लिए एक अहम अड्डा।
फिल्म के निर्देशक राकेश रंजन कुमार कहते हैं, ‘’पहाड़गंज’ एक अपरंपरागत फिल्म है और विशेष रूप से लोरना के लिए भी शूट करना थोड़ा मुश्किल था। वह पहली बार यहां आई थीं। दरअसल, एक गिरगिट की तरह, पहाड़गंज एक ऐसा स्थान है, जो कई रंग बदलता है। जब आप इसे रात में देखते हैं, तो यह लास वेगास जैसा दिखता है। तभी तो विदेशियों ने इसे ‘भारत का एक छोटा एम्स्टर्डम’ नाम दिया है।
राकेश रंजन कुमार कहते हैं, फिल्म की मुख्य अभिनेत्री लोरेना अपनी भूमिका की जटिलताओं और मांग के कारण शूटिंग के दौरान पूरे क्रू मेंबर्स के साथ पहाड़गंज में ही रहीं, क्योंकि उन्हें फिल्म के मूड के हिसाब से अपने किरदार को आकार देना था। बता दें कि लोरेना एक बहुमुखी प्रतिभा की अभिनेत्री हैं और स्पेन में कई शॉर्ट-फिल्म्स और टीवी श्रृंखला में अपने काम के लिए जानी जाती हैं। एक लेखक के रूप में भी उनकी किताबें स्पेन और दुनिया के अन्य हिस्सों में खूब पॉपुलर हैं।
एसएमए इलेक्ट्रॉनिक न्यूज नेटवर्क या एसईएनएन के बैनर के तहत बनी फिल्म ’पहाड़गंज’ नवंबर में रिलीज होने के लिए तैयार है। फिल्म के निर्माता प्रकाश भगत कहते हैं, ‘हम वास्तव में उम्मीद कर रहे हैं कि लोग इस फिल्म को कैसा रिस्पांस देते हैं, क्योंकि ’पहाड़गंज’ निश्चित रूप से दर्शकों को आश्चर्यचकित कर देनेवाली फिल्म साबित होगी और एक अप्रत्याशित साजिश वाली यह फिल्म हर किसी को एक चौंकाने वाले निष्कर्ष की ओर ले जाएगी। फिल्म ‘पहाड़गंज’ की विशेष खुशबू के सार में घूमते हुए इसके किरदारों की रहस्यमय कहानी को दिखाएगी।’