डायरेक्टर तिग्मांशु धूलिया ने अपनी आने वाली फिल्म ‘रागदेश’ को लेकर एक बड़ा कमेंट कर दिया है। बता दें कि ‘रागदेश’ आजाद हिंद फौज (आईएनए) के वीरों को सलाम करती है फिल्म की कहानी लाल किले में आईएनए के तीन अधिकारियों पर चले मशहूर मुकदमे पर आधारित है। जो कि 28 जुलाई को रिलीज की जाएगी। तिग्मांशु की मानें तो इस फिल्म में किसी बड़े कलाकार को न लेने की वजह ये थी कि कोई बड़ा स्टार इस फिल्म के किरदारों के साथ उतना न्याय नहीं कर पता जो कि इन सितारों ने किया है। तिग्मांशु धूलिया कि माने तो उन्हें इस फिल्म के लिए कलाकारों के चयन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, क्योंकि उनका मानना है कि नामचीन सितारे असल जिंदगी के किरदारों के साथ न्याय नहीं कर पाते।
जी हाँ तिग्मांशु धूलिया ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके लिए ‘रागदेश’ में आजाद हिंद फौज के सिपाहियों की भूमिका के लिए तीन कलाकारों के चयन में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा।
धूलिया ने कहा, “यह जरूरी था कि सुभाष चंद्र बोस की सेना के जवानों के किरदार के लिए जाने माने सितारों को न लिया जाए। मुझे लगता है कि नामचीन सितारे असल जिंदगी के किरदारों के साथ न्याय नहीं कर पाते। अपनी इस बात को क्लियर करने के लिए ”उन्होंने आगे कहा, “जब बेन किंग्स्ले ने गांधी का किरदार निभाया था, तब उन्हें कोई नहीं जानता था अपनी अपेक्षाकृत अनजान शख्सियत के कारण वह जिंदगी भर के लिए महात्मा गांधी का चेहरा बन गए। मुझे उम्मीद है कि मोहित, कुणाल और अमित दर्शकों के दिमाग में आईएनए के तीन सिपाहियों के चेहरे के रूप में जगह बना पाएंगे।” तिग्मांशु के इस कमेंट से दो बातें सामने आती हैं पहली या तो तिग्मांशु को इस फिल्म के लिए किसी बड़े स्टार कि डेट्स नहीं मिली या फिर उनका बजट थोड़ा काम था वरना बॉलीवुड में बड़े स्टार्स को लेकर ऐसा कमेंट न करते।
यहाँ हम आपको बता दें कि तिग्मांशु ने सुभाष चंद्र बोस के किरदार के लिए असमिया अभिनेता केन्नी बासुमात्री को चुना है। जिसके बाद उन्होंने कहा, “जब मैं सुभाष चंद्र बोस के किरदार के लिए किसी अभिनेता की तलाश में था, तब वह मेरे साथ पहले से ही मेरी एक फिल्म में काम कर रहे थे। मुझे अचानक ख्याल आया कि केन्नी बोस से काफी मिलते-जुलते हैं।”