ग्रुप ने इसअवसर पर कैंसर रोगियों को 5,000 से अधिक स्वदेशी और ऑक्सीजन युक्त पौधे वितरित करने के लिए भारतीय स्तर पर पहल की।इस विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विश्व के सर्वश्रेष्ठ कैंसर अस्पताल अपोलो कैंसर सेंटर्स ने विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने के लिए भारतीय स्तर पहल की जिसमें एक स्वच्छ और स्वस्थ पृथ्वी बनाने की दिशा में योगदान मिला। कोविड 19 महामारी ने इस बात पर ध्यान केंद्रित किया है कि किस तरह से व्यक्तियों का स्वास्थ्य सीधे तौर पर उस पर्यावरण और उस पारिस्थितिकी तंत्र पर निर्भर करता है जिसमें हम रहते हैं।
पूरे भारत में अपोलो कैंसर केंद्रों ने13 शहरों मेंव्यक्ति को स्वस्थ बनाए रखने के लिए हरित व स्वच्छ वातावरण का निर्माण करने हेतु कदम बढ़ाया है। अपोलो कैंसर केंद्रों ने मरीजों को उच्च ऑक्सीजन पैदा करने वाले स्वदेशी पौधों को वितरित करने के लिए कोविड 19 महामारी के कारण प्रभावित भारत के गमलों के निर्माताओं से मिट्टी के बर्तन खरीद कर अपनी ओर से उन्हें प्रोत्साहन देने का प्रयास किया हैं।लगभग 5000से अधिक पौधे 7 अप्रैल 2022 को और इसके बाद में भी सेंटर से छुट्टी मिलने वाले मरीजों के बीच बांटे जाएंगे।
इसी पहल को आगे बढाते हुए अपोलो कैंसर सेंटर नई दिल्ली और कैंसर के मरीजों ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर पृथ्वी को स्वच्छ और स्वस्थ रखने में जबरदस्त योगदान देने का संकल्प लिया। इस पहल पर टिप्पणी करते हुए, अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज लिमिटेड (एएचईएल)की कार्यकारी वाइस चेयरपर्सन, सुश्री प्रीथा रेड्डी,ने कहा, “यह अनिवार्य है कि व्यक्ति सामूहिक रूप से एक स्वस्थ भविष्य की दिशा में मिलकर काम करें और स्वच्छ और स्वस्थ पृथ्वी का निर्माण करें। पर्यावरणीय खतरे जैसे वायु और जल प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभाव विश्व स्तर पर स्वास्थ्य खतरों के सबसे प्रमुख कारण हैं। विश्व को स्वस्थ बनाने के हमारे दृष्टिकोण का अनुसरण करते हुए, अपोलो कैन्सर सेंटर और मरीज़ों ने पृथ्वी को स्वच्छ और स्वस्थ रखने में योगदान देने का संकल्प लिया।”
इस अवसर पर अपोलो हॉस्पिटल्स एंटर प्राइज लिमिटेड (ए एच ई एल) ग्रुप ऑन्कोलॉजी एंड इंटरनेशनल, के अध्यक्ष श्री दिने शमाधवन ने कहा, “अपोलो कैंसर सेंटर कैंसर के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे हैं, इस दिशा में पहला कदम यह सुनिश्चित करना है कि हम एक स्वस्थ परिसर में रहते हैं। इस प्रयास में, हमने अपने रोगियों के साथ ऑक्सीजन से परिपूर्ण स्वदेशी पौधे लगाकर जन जीवन की देखभाल करने का संकल्प लिया है। हमारा और हमारे मरीजों का यह छोटा सा कदम कम जहरीला वातावरण बनाने, जीवन की गुणवत्ता सुधारने और आने वाली पीढ़ी के लिए एक बेहतर परिवेश का निर्माण करने में सहायता करेगा, और इस तरह कैंसर पर जीत हासिल करने का यह एक बेहतर मौका भी प्रदान करेगा।'
इस अवसर पर, दिल्ली अपोलो कैंसर सेंटर के सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रमेश सरीन, ने कहा, “अपोलो कैंसर सेंटर मरीजों और डॉक्टरों के लिए एक स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में योगदान करने के लिए दृढ़ता से खड़ा है। हम मानते हैं कि एक छोटा-सा प्रयास काफी हद तक आगे बढ़ सकता है जिससे बदलाव होते हैं। इस विश्व स्वास्थ्य दिवस पर, हम फेफड़ों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, अपने मरीजों, डॉक्टरों और कर्मचारियों को आसपास स्वस्थ वातावरण बनाए रखने के लिए बेहतर जीवन जीने हेतु प्रोत्साहित करने का संकल्प लेते हैं। थोड़े समय में, आइए हम ऐसी जीवनशैली का निर्माण करें जिसे पीढ़ियों तक याद रखा जाए।”
अपोलो कैंसर सेंटर अपनी योजनाओं और कार्यों के भाग के रूप में व्यक्तियों को स्वस्थ और पृथ्वी को स्वच्छ बनाने का ध्यान रखता है। यह पहल व्यक्तियों और समाजों के समग्र कल्याण के लिए स्वस्थ वातावरण के निर्माण को बढ़ावा देगी।