हिंदू कॉलेज ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर के एम्फीथिएटर में “टाइटन्स इनविटेशनल डिबेट की छठी प्रतियोगिता“ आयोजित की। राष्ट्रीय स्तर प्रसिद्ध दिल्ली विश्वविद्यालय के पांच प्रतिष्ठित कॉलेजों - हिंदू कॉलेज, मिरांडा हाउस, लेडी श्री राम कॉलेज, श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, इंद्रप्रस्थ कॉलेज के पूर्व छात्रों ने इस सुप्रसिद्ध वाद-विवाद प्रतियोगिता में भाग लिया। डिबेट में शामिल प्रतिभागियों ने समकालीन प्रासंगिक विषय - ’बोलने की आजादी लक्जरी है जिसे भारत बर्दाश्त नहीं कर सकता’ पर अपने वाद-विवाद कौशल का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर प्रसिद्ध बॉलीवुड निर्देशक इम्तियाज अली सम्मानित अतिथि और दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनमोहन मुख्य अतिथि थे। डिबेट को जज करने वाली जूरी में कृषि मंत्रालय के पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन विभाग के सचिव श्री तरुण श्रीधर आईएएस, नेहरू मेमोरियल संग्रहालय पुस्तकालय के निदेषक शक्ति सिन्हा और द वायर के संस्थापक संपादक एम. के. वेणु षामिल थे। इसके अलावा प्रतिष्ठित मीडिया हस्ती सुश्री काजोरी सेन मॉडरेटर थी।
विजेता टीम (सर्वश्रेष्ठ टीम) ट्रॉफी साकेत झा सौरभ और रोहित हरि राजन समेत हिंदू कॉलेज टीम को प्रदान की गयी जबकि सर्वश्रेष्ठ स्पीकर पुरस्कार मिरांडा हाउस के राधा कुमार और हिंदू कॉलेज के साकेत झा सौरभ को दिया गया।
इस अद्वितीय डिबेट में प्रतिष्ठित व्याख्याताओं ने भाग लिया। दिल्ली विश्वविद्यालय के पांच कॉलेजों - हिंदू कॉलेज, इंद्रप्रस्थ कॉलेज, मिरांडा हाउस, श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स और लेडी श्री राम कॉलेज के पूर्व छात्रों ने मिलकर डिबेट के विषय को तलाषा, उस पर मंथन किया और उसे स्वरूप प्रदान किया।
हिंदू कॉलेज ओल्ड स्टूडेंट्स एसोसिएशन (ओएसए) की स्थापना 1958 में हुई थी। अपनी स्थापना के बाद से ही, एसोसिएशन हिंदू कॉलेज, दिल्ली के प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों को एक मंच पर लाने में सक्रिय रहा है।
इस अवसर पर हिंदू कॉलेज के ओएसए के अध्यक्ष श्री रवि बर्मन ने कहा, “हम ‘टाइटन्स इनविटेशनल डिबेट प्रतियोगिता की छठी प्रतियोगिता’ को आयोजित कर प्रसन्न हैं। इस प्रतियोगिता में जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिश्ठित मेहमानों और प्रतिभागियों ने भाग लिया जिन्होंने अपनी उपलब्धियों के माध्यम से अपनी मातृ संस्था के लिए पुरस्कार हासिल किया है। टाइटन्स कप डिबेट का प्रभाव हर साल बढ़ रहा है और इस साल फिर से महिला वक्ताओं की संख्या पुरुष वक्ताओं की संख्या से अधिक रही और यहां बड़ी संख्या में युवा डिबेटरों ने हिस्सा लिया। डिबेट अलग-अलग कॉलेजों के पूर्व छात्रों को एक साथ लाने और बॉन्डिंग और नेटवर्किंग बनाने का अवसर प्रदान करने के लिए एक अद्वितीय मंच के रूप में कार्य करती है। हम हर साल इसी तरह के आयोजन की उम्मीद करते हैं। हम इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी कॉलेज अधिकारियों और पूर्व छात्रों के आभारी हैं। “