रोल कुछ चलाऊ कुछ कमाऊ तो कुछ लुटाऊ - शर्मिला टैगोर
पिछले दिनों ‘मौसम’ के सेट पर शर्मिला टैगोर से मुलाकात हुई तो अब में और ‘आविष्कार’ के सेट पर बहुत दिनों पहले मिलीं शर्मिला टैगोर में मुझे कोई अन्तर नजर नहीं आया। चेहरे पर अब तक समय और काल की रेखाएं नहीं उभरी थीं, न ही दिये की लौ की तरह जलने वाली उनकी आंखों