“ये अस्थियां मेरी माँ की हैं” कहकर बिलख पड़ी उषा मंगेशकर
-शरद राय स्वर कोकिला लाता मंगेशकर के पार्थिव शरीर की अस्थियों का भी विसर्जन हो गया।अबतो बस उनकी ही लाइन 'रहे ना रहे हम महका करेंगे...'' के शब्दों में हम उनके गाये हुए गीत सुनते हुए ही उनको याद कर सकते हैं। महाराष्ट्र के नासिक शहर में जैसे ही खबर लगी कि