पलायन और गलतफहमियों पर आधारित, सोनी सब का फैमिली ड्रामा 'दिल दियां गल्लां' एक भावानात्मक पड़ाव में प्रवेश करने के लिए तैयार है. यह कहानी एक पंजाबी परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है, जिनमें पलायन की वजह से अलगाव हो गया है. अमृता को आखिरकार पता चलता है कि दिलप्रीत उसके दादाजी हैं और वह भावनात्मक रूप से टूट जाती है.
इसके पिछले एपिसोड्स में दिखाया गया कि किस तरह रिया को अमृता के बारे में पता चल जाता है कि वह उसके चाचा मंदीप की बेटी है. रिया फैसला करती है कि वह अपने चाचा के परिवार को कभी नहीं अपनाएगी, क्योंकि उन्होंने उसके दादाजी और उसके पिता रणदीप को चोट पहुंचाई है. वहीं, जब अमृता को पता चलता है कि जिस घर में वह रह रही है यह उसके दादाजी का है तो वह उसे छोड़ देने का फैसला करती है. लेकिन वीर उसे वहीं रहने और अपने पिता से बात करने के लिए मनाता है. क्या रिया, अमृता को अपनी बहन के रूप में स्वीकार करेगी? अमृता के खिलाफ रिया क्या कदम उठाती है, यह देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा.
क्या वीर और अमृता मिलकर बरार परिवार की दूरियों को मिटा पाएंगे?
वीर का किरदार निभा रहे, पारस अरोड़ा कहते हैं, "वीर, दिलप्रीत और संजोत को दिल से मानता है और वह चाहता है कि उनका परिवार एक हो जाए. वह अमृता को रुकने के लिए और परिवार के लोगों की गलतफहमियों को दूर करने के लिए कहता है. मेरा मानना है कि हर किसी को दूसरा मौका मिलना चाहिए और बातचीत से बड़े-बड़े मसले सुलझ जाते हैं. ये बात हम इस शो के माध्यम से भी बताना चाहते हैं. तो देखते रहिए, 'दिल दियां गल्लां' सोनी सब पर."
देखिए, 'दिल दियां गल्लां', हर सोमवार से शनिवार, शाम 7:30 बजे, सिर्फ सोनी सब पर