अक्षय कुमार एक बहुत ही सटीक पारिवारिक मर्द है जो अपने परिवार का बहुत ख्याल रखते है। अक्की के हिसाब से साउथ फिल्में हमारे लिए कोई धमकी नहीं है। उनका मानना है की हॉलीवुड से हमारी इंडस्ट्री को खतरा है।” हम सब भारतीय है फिर चाहे कहानी साउथ से लें या फिर बॉलीवुड से, हमे अपने आपको किसी भी तरह से विभाजित नहीं करना है। टेक्निकली और अच्छी कहानी बन रही है हमारी फिल्म इंडस्ट्री में। बस यदि कमी है तो पैसों की जिस की वजह से हम कुछ पीछे रह जाते है हॉलीवुड से।
अक्की कभी भी कोई कोंट्रोवर्शियल सवाल पसंद नहीं करते जब कभी भी हमारी संवादाता कोई सवाल पूछे तो प्यार से हमेशा यही कहते है, “आप कुछ अच्छे सवाल नहीं पूछ सकती मेरी माँ!! खैर लिपिका वर्मा के कुछ सटीक सवालों का जवाब दिया अक्की ने –
फिल्म ब्रदर्स एक्शन फिल्म है कितनी चोटें लगी ?
हम सब को एक्शन करते हुए खरोंचे बहुत आई। हमने इस किरदार को निभाने के लिए अपना खून पसीना बहाया है। हर दिन एक्शन सीन करने से पहले मुझे और सिद्दार्थ को केवल 15 मिनट के लिए – बर्फ की सिल्ली पर लेटना होता था। इस से चोटें कुछ कम सूजती थी और शरीर को कुछ आराम भी मिल जाता है। बर्फ की सिल्ली एक अच्छा सुरक्षा कवच रहा हमारे लिए। ब्रदर्स एक एक्शन कहानी के साथ साथ भावुक कहानी भी है।
साउथ फिल्मों के कंटेंट अच्छे होते हैं। तो आपको लगता है कि बॉलीवुड को इससे खतरा महसूस करना चाहिए ?
जी नहीं, हम सब भारतीय है और हमें साउथ या फिर बॉलीवुड का विभाजन करने की आवश्यकता नहीं है। हम सब एक है। यदि हम किसी से असुरक्षित है तो वो है – हॉलीवुड । इनकी फिल्मे बड़े बजट की होती है और टेक्निकली भी बहुत अच्छी होती है। अब देखिये न मेरी फिल्म ब्रदर्स के लिए एक अच्छे एक्शन मास्टर को लेना था तो जाहिर सी बात है उसे उतने पैसे भी देने होते है। हम भी यदि 70 करोड़ के बजट की फिल्में बनाये तो हमें काफी फायदा होगा। मैं दरअसल बहुत ही मिनिमम बजट की फिल्में बनाता हूं सो मुझे 200/300 करोड़ की लालसा नहीं होती हैं। हमारे हिसाब से हमारी सब फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल हुई है। सीधा सीधा गणित है भाई- यदि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फिल्म के बजट से दुगना कमाई करती है तो हमे फायदा ही हुआ ना ?? और मैं अलग अलग कंटेंट की कहानियों का हिस्सा बनना पसंद करता हूं आप फिल्म,” बेबी ” को ही ले लीजिये कुछ भी नहीं था उसमें किन्तु चली ना आप लोग 200/300 करोड़ के बारे में सोचते है इस बिज़नेस को आपको समझना होगा । ”
ए आई बी वीडियो में इरफ़ान खान जैसे एक्टर ने आपकी फिल्म का गाने, “पार्टी आल नाईट पर मस्करी की है, क्या कहना चाहेंगे?
जी हाँ मैंने वो वीडियो देखा है। किन्तु मैं दूसरे स्कूल ऑफ़ थॉट से बिलोंग करता हूं मैं कभी किसी की मस्करी नहीं करना चाहूँगा, पर यह भी मैं जनता हूं कि हम फ्री इंडिया के वासी है और जिसको जो पसंद आये वो कर सकता है।”
लेकिन इरफ़ान जैसे सीरियस अभिनेता ने यह किया है, क्या कहना चाहेंगे ?
मैं कौन होता हूं कुछ भी कहने वाला उन्हें ऐसा करना चाहिए या नहीं करना चाहिए? यह आप उनसे ही जाकर पूछिये ना !!
ट्विंकल के कॉलम के बारे में क्या कहना है ? आप किस तरह उससे जुड़े है ?
देखिये मैं उनका कॉलम जरूर पढ़ता हू और कुछ करेक्शन भी करता हूं.
क्या इससे आपके मेल चोविनिस्टिक भावना को शांति मिलती है ?
जी नहीं मेरी माँ -यह मेल चोविनिस्टिक भावना नहीं होती है अपितु, “केयरिंग” की भावना होती है अपने परिवार के प्रति।
किस तरह के करेक्शन करते है आप ट्विंकल के कॉलम में ?
मैं बैठ कर स्पेलिंग्स करेक्ट नहीं करता हूं,किन्तु ऐसा कोई भी वाक्य हो जिस से किसी की भावना को ठेस पहुंचे- उसको उस लेख में से निकाल देने का अनुरोध करता हूं ट्विंकल से।