लिपिका वर्मा
“बच्चे खुश तो मुग्धा भी खुश” ?
जब मुग्धा गोडसे एक इवेंट पर पहुंची तो उनकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा, जब हमने उनकी ख़ुशी का कारण जानने की कोशिश की तो हंस के उन्होंने कहा – जी हाँ आप मुझे ख़ुशी से, “साउथर्न साईरन” कह सकते हैं। क्यूंकि जब से मेरी तमिल फिल्म, “थानी ओरुवन” ने बॉक्स ऑफिस में धमाल मचाया है तब से मुझे ढेर सारे साउथ फिल्मों के ऑफर मिल चुके हैं। मैं आपको एक बात बता दूँ -मेरी हर पहली फिल्म हिट होती है। फिर चाहे वह बॉलीवुड में मेरी पहली फिल्म, “फैशन” ही ले लीजिये। निर्देशक मधुर भंडारकर की फिल्म फैशन से मुझे अपने पैर बॉलीवुड में ज़माने में कोई तकलीफ नहीं हुई, और अब ‘थानी ओरुवन’ ने भी सफलता चख ली है तो मेरा ऐसा मानना है कि यदि मुझे अच्छे किरदार साउथ फिल्मो में करने मिलते है तो मै क्यूं कर ना करूं ?
कुछ सोच कर गोडसे बोली, “देखिये इस फिल्म ‘थानी ओरुवन’ में मेरा कोई बड़ा सारा किरदार नहीं है। सब ने मुझे स्पेशल अपीयरेंस में ही देखा है और पसंद भी किया है। यह मेरे लिए गर्व की बात है और यही एक आर्टिस्ट के लिए महत्वपूर्ण भी होता है। मुझे साउथ के लोगों के साथ काम करने में मजा आया।”
तो क्या अब आप अपने बॉलीवुड फैंस को निराश करने का इरादा रखती है ? जी नहीं ऐसी कोई बात नहीं है। मैं साउथ फिल्मों से प्रभावित हुई हूं काम करने के बाद। बॉलीवुड में तो मेरा जन्म हुआ है, और हम अभिनेताओं के लिए फिल्म में काम करना महत्वपूर्ण होता है, फिर चाहे वो फिल्म किसी भी भाषा की क्यों ना हो।
‘थानी ओरुवन’ फिल्म है जिसके निर्देशक एम राजा है -जाया रवि, अरविंद स्वामी एवं नयनतारा लीड किरदार निभा रहे है जबकि मुग्धा गोडसे केवल स्पेशल अपीयरेंस करके ही खुश नजर आ रही है।
देखना यह होगा कि अब मुग्धा गोडसे कितनी साउथ फिल्मो में भाग ले पाएंगी ?