मायापुरी अंक 10.1974
एक जमाने मे वहीदा रहमान, नन्दा और जबीन की तिकड़ी बड़ी प्रसिद्ध थी। वह जहां जाती थी साथ जाती थी। जबीन की शादी के बाद वहीदा रहमान और नन्दा ही बच गई थी। अब तो वहीदा की भी शादी हो गई है। बेचारी नन्दा अकेली रह गई है और हिन्दी फिल्मों से निराश होकर मराठी फिल्मों के क्षेत्र में जा कूदी है। अब उनकी जगहें नई नई लड़कियों ने संभाल ली है। इनमें जरीना वहाब वहीदा रहमान की उत्तराधिकारी बताया जाता है। जरीना की आवाज, सूरत आदि सभी कुछ वहीदा से मिलता है। अब पता चला है कि उसका आचरण भी वहीदा रहमान से मिलता है आपने दूसरी नई लड़कियों की तरह उसे किसी लड़के साथ नही देखा होगा। वह जब कही आती जाती है घूमती फिरती है तो उसके साथ सदा ही रेखा मौजूद होती है। कही ऐसा तो नही है कि रेखा विन्नी (विनोद मेहरा) और अन्य नायकों की बेवफाई के कारण अब जरीना वहाब में दिलचस्पी लेने लगी हो और जरीना वहाब इसी में खैर मत’ समझ कर किसी ‘लड़के’ की बजाए रेखा से ही संबंध जोड़ बैठी हो (जैसा कि कभी वहीदा रहमान और नन्दा के थे.)