लिपिका वर्मा
जॉन अब्राहम ने फिल्म,”जिस्म” से फिल्मी दुनिया में अपना कदम रखा था बतौर अभिनेता, किन्तु आज इंडस्ट्री में उन्हें अच्छे खासे 13/14 साल हो गए हैं और अपनी मेहनत के बलबुते पर उन्होंने फिल्म निर्माता की पद्वी भी हासिल कर ली है। जॉन प्रोडक्शन एंटरटेनमेंट हाउस के तले, “विकी डोनर, फ़ोर्स, मद्रास कैफ़े जैसी फिल्में बना चुके हैं और अब ‘रॉकी हैंडसम’ फिल्म लेकर आ रहे हैं
जॉन अब्राहम,, ” मुझे आज भी याद है जब मैं, “मद्रास कैफ़े” और “विकी डोनर” जैसी फिल्मों की स्क्रिप्ट लेकर कॉर्पोरेट हाउस में जा रहा था तब किसी ने भी इन स्क्रिप्ट्स को तवज्जों नहीं दी थी। सब ने इन्हें उठा कर बाहर फेंक दिया। खैर फिर मैंने इन्हें, “जॉन एंटरटेनमेंट के तहत बनाने की ठानी और देखिये, हमें दो दो नेशनल अवॉर्ड्स से नवाजा गया।”
इन दस वर्षों में आप अपने आप में कितना बदलाव देखते हैं ?
बस अब मैं आया हूँ!! फास्टर, फिटर और एक लचीलापन भी अपने अंदर लेकर आया हूँ। हंस कर बोले जॉन
फिल्म प्रोड्यूस करते समय आपको किन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ?
देखिये, मैं अपने बनाये हुए कुछ रूल्स के मुताबिक ही काम करता हूँ। मैं कभी भी रिश्वत देने में विश्वास नहीं करता हूँ। सो जॉन एंटरटेनमेंट की फिल्म जब फ्लोर्स पर जाती है तो लोग यह कहते हैं, “ओह यह लोग तो घांस फूँस ही देंगे!! कभी कभी हमें म्युनिसिपेलिटी या सरकार से परमिशन लेने में दिक्कत का सामना तो करना पड़ता है।
आपने कभी कोई शार्ट कट फॉलो नहीं किया है ? क्या कहना चाहेंगे यूथ को ?
इंसान की साख हो उसी तरह से अपनी फिल्म कंपनी की साख में अच्छी कहानी पेश करके बनाना चाहता हूँ। मेरी फिल्मों की कहानियों का चयन ऐसा करता हूँ जो कुछ अलग पेश करके जाये। फिल्म का कंटेंट बेहतर होगा और कहानी इमोशंस से बंधी होगी तो लोग जब थिएटर से बाहर आएंगे तो फिल्म की कथा सार अपने साथ ले जायेंगे। अच्छी कहानी बनायें यही कोशिश होती है हमारी।”
कुछ रुक कर जॉन बोलें, ” मैं हमेशा यही कोशिश करता हूँ कि – मैं जो प्रवचन देता हूँ उसका पालन भी करूँ। मेरे पड़ोस के स्कूल से जब भी कोई लड़का मुझे देख कर बोले,”जॉन हॉट है” तो मैं चाहता हूँ कि वह हेल्थी होने का सही मायने यूथ जाने, कोई भी शॉर्ट कट ना फॉलो करें। मैं उन्हें सही टिप्स देना चाहता हूँ उन्हें सही बॉडी बनाने का। कुछ समय पहले भी मैंने उन्हें सोशल साईट द्वारा हेल्थी फ़ूड और सही मात्रा में एक्सरसाइज करने के टिप्स भी दिए थे। मैंने कभी भी खाने पिने में चिट नहीं किया है और यही सब आज के यूथ को भी समझाता हूँ, जीवन में यदि कुछ बनना हो तो कोई भी शॉर्ट कट नहीं अपनाना चाहिए। अनुशासित रहना नियमित रूप से, सही मात्रा में एक्सरसाइज करने से अच्छी बॉडी बनती है।
आपको फिल्म फ्रेटर्निटी से कभी कोई विरोध का सामना करना पड़ा ?
कोई ख़ास नहीं, हाँ पर मैं अपने बनाये हुए नियमों से जीता हूँ, जैसे मैं कभी भी शादियों में नाचने नहीं जाता हूँ, सो इस पर काफी लोग नाराज़ हो गए थे। मेरा ऐसा मानना है कि – नाचना अच्छी बात है और यदि किसी को वेड़िंग्स में नाचना है तो वह उसकी मर्जी है, बस मुझे ऐसा करना पसंद नहीं है।
रॉकी हैंडसम के विलन कौन है ?
निर्देशक निशिकांत कामत को विलन बनना पड़ा क्योंकि अचानक से जो हमारा विलन था वह किसी कारणवश पीछे हट गया। पर कमाल की बात है जिस दिन निशी अपनी वैन से निकल कर आया तो मैं भी उसके लुक को देख कर डर गया था वो इतना धांसू लुक लग रहा था। किन्तु फिल्म में अभिनय और निर्देशन दोनों बाग डोर संभालने के बाद यह कसम खायी कि मैं अब कभी भी दोनों चीज़ एक साथ नहीं करने वाला हूँ।
अब देखना यह होगा कि जॉन अब्राहम की,”रॉकी हैंडसम” बॉक्स ऑफिस पर अपना जलवा बिखेरने में कितना कामयाब होती है। मद्रास कैफ़े से तो ऑडियंसेस को जॉन अब्राहम एंटरटेनमेंट से ढ़ेर सारी उम्मीदें तो बन ही गयी हैं!!