एमडीएच(MDH) के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का 98 साल की उम्र में निधन हो गया है. साल 2019 में उन्हें पद्मभूषण से नवाजा जा चुका है.
एमडीएच(MDH) मसाले का नाम सुनते ही हमारे ध्यान में लाल रंग की पगड़ी पहने हुए वह दादा जी जरूर याद आते है. हम सब ने बचपन से उन्हें एमडीएच के विज्ञापन में दिखा है. लेकिन अब हम उन्हें एमडीएच के विज्ञापन में नहीं देख पाएंगे.
आज सुबह ही एमडीएच(MDH) के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का 98 साल की उम्र में निधन हो गया है. आज सुबह 5.38 बजे उन्होंने आखरी सांस ली. उनका अंतीम संस्कार दोपहर 2 बजे होगी. साल 2019 में महाशय धर्मपाल गुलाटी को पद्मभूषण से नवाजा जा चुका है. आपको बता दें कि गुलाटी कोरोना संक्रमित होने के बाद ठीक हो गए थे.
एक वक्त था जब महाशय धर्मपाल गुलाटी तांगा चलाकर पेट भरने को मजबूर थें, जो आज के समय तक 2000 करोड़ रूपयों के मालिक थे. धर्मपाल गुलाटी को दुनिया के सबसे उम्रदराज स्टार और एमडीएच के मालिक थें.
महाशय धर्मपाल गुलाटी का जन्म 1923 में पाकिस्तान के सियालकोट में हुआ था. उन्होंने अपने स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी. पढ़ाई छोड़ने के बाद उन्होंने अपने पिता जी के साथ मसाले के व्यवसाय में शामिल हो गए थे. 1947 में बंटवारे के बाद, धर्मपाल गुलाटी भारत आ गए और अर्मतसर में एक शरणार्थी शिविर में रहे थे.
इसके बाद वो दिल्ली आए और दिल्ली के करोल बाग में एक स्टोर खोला. साल 1959 में उन्होंने एक कंपनी की स्थापना की थी. देखते ही देखते उनकी व्यवसाय भारत के अलावा दुनिया में भी फैल गया. एमडीएच के मसाले न केवल भारत में बल्कि ब्रिटेन, यूरोप, यूएई, कनाडा सहित दुनिया के अलग-अलग देशों में पसंद किया जाता है. खबर के अनुसार धर्मपाल गुलाटी अपने वेतन का 90 प्रतिशत राशि दान करते थे.