मायापुरी अंक 7.1974
सुना आपने-एक चोर ने पकड़े जाने पर पुलिस को बताया कि उसने चोरी का सारा कमाल फिल्मों से सीखा है।
तो क्या फिल्म वाले चोरों के उस्ताद है?
सवाल बड़ा टेढ़ा है इतना तो जरूर है कि आजकल फिल्म वालों को डाकू, चोर मचाये शोर’ तो हिट हो गयी पर अब आ रही है दो बेशरम’ ‘मेरा यार पाकेट मार’ ‘चोरों का राजा’ ‘हराम खोर’ ‘नालायक’ ‘हेराफेरी’ ‘दो ठग’ ‘दस नम्बरी’ ‘कच्चा चोर’ ‘लफंगा’ ‘जालिम’ ‘जहरीला इन्सान’ ‘आखरी डाकू’ ‘बन्डल बाज’ ‘चोर पे मोर’ बेशरम’ आदि-आदि। आप सावधान रहिए।