-तनवीर ज़ैदी
‘ग़ारजीयन’,काहे गए परदेस पिया’, ‘बेलगाम’,’इश्क़ समंदर’ जैसी एक दर्जन सफल फिल्मों के और कई टीवी शोज़ के चर्चित नायक तनवीर ज़ैदी इन दिनों बहुत दुखी हैं, उनसे भेंट हुई तो मुझसे रहा नहीं गया, मैंने उदासी की वजह पूछी तो बोल पड़े, “मैं कोरोना से इतना परेशान नहीं जितना कि इस बात से शर्मिंदा और परेशान हूँ कि हमारी फ़िल्म इंडस्ट्री को नज़र लग गयी है, लगातार मृत्यु हो रही हैं, ,और उनमें से कई तो अन नेचुरल हैं ,कम उम्र और सफल स्टार सुशांत सिंह राजपूत का इस तरह चले जाना उनके फैंस को बहुत दुखी कर गया, मैं भी अपने आंसू रोक नहीं पाया हूँ,आज भी हृदय में टीस है,साथ ही बॉलीवुड की आंखें भी नम हैं !
भारतीय फ़िल्म और टीवी के प्रसिद्ध अभिनेता तनवीर ज़ैदी आगे कहते हैं, ” सुशांत की मृत्यु का कारण अवसाद में की गई आत्महत्या बताया जा रहा है, सुशांत को मै व्यक्तिगत रूप से जानता था, वह आत्महत्या नहीं कर सकता, यह हत्या है अथवा ज़बरदस्ती करवाई गई पूर्व नियोजित मौत है , मुझे संदेह है के मामला ठंडे बसते में न चला जाये , डिब्बा बन्द न हो जाए इसलिए मैं चीख चीख कर कहूँगा की यह हत्या है, मैं प्रदेश और राष्ट्र सरकार से इस दिल दहलाने वाली घटना की सी बी आई से जांच करवाने की पुरज़ोर मांग करता हूँ!” तनवीर ज़ैदी का जन्म स्थान प्रयागराज(इलाहाबाद) है और कर्म स्थली मुंबई है सयद माशूक हुसैन ज़ैदी के पुत्र तनवीर कहते हैं कि ” मैं बॉलीवुड में भाई भतीजावाद और कास्टिंग काउच की मौजूदगी से भी इनकार नहीं करूँगा , मैं भी किसी मेट्रोसिटी का नहीं हू। प्रयागराज से हूं, और हर प्रकार के शोषण का मैं भी शिकार रहा हूँ,मैं भी हत्या अथवा आत्महत्या का शिकार बन सकता था, वो तो अच्छा था कि मैं कभी अकेले नहीं रहा। बांदरा वेस्ट,ऑफ कार्टर रोड,रिज़वी कॉम्प्लेक्स में अपनी बहन हीना हसनी और जीजा अनवर हसनी के साथ रहा।
जब भी डिप्रेशन में गया,परिवार ने संभाला, फ़िल्म इंडस्ट्री में जो कुछ गलत है उसे सामने आना ही चाहिए। नेपोटिज्म और कास्टिंग काउच को इस उद्योग से बाहर करना ही होगा ताकि कोई और कलाकार आत्महत्या न करे।” बॉलीवुड फिल्म एक्टर तनवीर ज़ैदी ने फ़िल्म , टीवी के लिए एक मेंटर और जज के रूप में भी काम किया है। ‘बिग मैजिक शो ‘मेम साब’ , ‘मेले का बिग स्टार’, ‘असली नंबर वन’ के कई सीज़न किये हैं और इस सिलसिले में उन्होंने सम्पूर्ण देश का भ्रमण किया, वह बताते हैं कि,”मैंने ‘बिग मैजिक’ के लिए 7, 8 सीज़न किये,इसके अतिरिक्त कई और चैनल के सीरियल भी किये,” तनवीर ज़ैदी की कॉमेडी सीरीज ‘जेल में है जिंदगी’ जिसमें उन्हें नायक के तौर पर बहुत प्रशंसा मिली थी, हमने जानना चाहा कि क्या टीवी में भी नेपोटिज़्म और कास्टिंग काउच है ?” तनवीर ज़ैदी ने बताया,”जी है,रेप नहीं होते किन्तु मजबूरी का लाभ उठाकर समझौता किया जाता है।” तनवीर ज़ैदी ने फ़िल्म, टीवी शोज़, म्यूजिक वीडियोज़ के अतिरिक्त भी कई रियलिटी शोज़ लगभग 8,9 साल किये हैं, ये रियलिटी शोज भी कम बदनाम नहीं हैं ?” वो कहते हैं, ” यहां भी शोषण है, फ़िल्म, टीवी हर जगह दाल में काला है, किन्तु एक बात और स्पष्ट कर दूं कि इंडस्ट्री में अधिकतर अच्छे लोग हैं, और जो बुरे हैं उन्हें सब जानते पहचानते हैं,
तो नए एवं मुम्बई के बाहर से आये अधिकतर लोग शिकार बन जाते हैं और हां, जबरदस्ती नही की जाती, शर्तें रखी जाती हैं, समझौते के लिए मजबूर किया जाता है। रंगीन सपने देखने वाले बुराई के आगे समर्पण कर देते हैं ।” वो आगे कहते हैं, “मैं जानता हूं कि सुशांत की संदिग्ध मृत्यु पहली दुर्घटना नहीं है,यह सिलसिला गुरु दत्त से शुरू होता हुआ दिव्या भारती,परवीन बॉबी, राज किरण,करण सिंह,नफीसा जोसफ,कुलविंदर रंधावा, जस्मिन्द्र , जिया खान, प्रत्युशा और अब सुशांत तक आया है। इंडियन फ़िल्म इंडस्ट्री का इतिहास खंगालेंगे तो कम से कम 1 हज़ार असामान्य मौत हुई हैं । हर बार संदिग्ध अवस्था में लाशें मिलती हैं,चर्चा,परिचर्चा होती है फिर सब खामोश हो जाते हैं ।
किंतु इस बार खामोशी नहीं रहेगी जब तक के मृत्यु का सही कारण नहीं पता चल जाता,वरना मैं और अन्य धरना प्रदर्शन भी कर सकते हैं।” विश्व प्रसिद्ध गिनीज़ बुक में दर्ज नाटक ‘अदरक के पंजे’ से एक बाल कलाकार के रूप में अभिनय आरम्भ करने वाले तनवीर ज़ैदी लगातार बेखौफ बोलते जा रहे थे। हमने पूछा,” आप निडरता से अपनी ही फ़िल्म इंडस्ट्री के खिलाफ बोल रहे हैं ?” आपको इस किस्म के लोगों की फिल्में नहीं करनी है क्या ? ” “दरअसल मैं काफी पहले इस उद्योग का सच जान गया था, मैने इनसे कभी भीख नहीं मांगी,वैसे भी मुझे सुपरस्टार्स के साथ छोटे मोटे रोल नहीं करना, मेरे पास जो ऑफर लेकर आता गया, अच्छे ऑफर स्वीकार लिए ।” “आप मेरी फिल्म को लो बजट बोलिये,मैं अपनी फिल्मों का नायक रहता हूं,सलमान,आमिर,शाहरुख,रितिक,
-शरदराय