दिग्गज अभिनेता, निर्देशक और निर्माता गजानन जागीरदार की तस्वीरों का एक पुराना कलेक्शन अब नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ इंडिया (एनएफएआई) का हिस्सा बन गया है।
ज्योति वेंकटेश
“हम भारतीय सिनेमा के एक प्रमुख कलाकार की तस्वीरों के इस रेयर कलेक्शन को प्राप्त करके वास्तव में खुश हैं” प्रकाश मगदूम
गजानन जागीरदार के बेटे अशोक जागीरदार ने पुणे में निर्देशक एनएफएआई के अपने पर्सनल कलेक्शन से 130 तस्वीरें और अन्य यादगार तस्वीरें सौंपीं।
कलेक्शन का एक प्रमुख आकर्षण गजानन जागीरदार का ओरिजिनल स्केच है, जो 1953 की फिल्म ‘महात्मा’ के नायक के रूप में अनुभवी कार्टूनिस्ट बाल ठाकरे द्वारा तैयार किया गया है।
जागीरदार ने पी.एल.दशपांडे द्वारा लिखित फिल्म में मुख्य भूमिका निभाई जो दत्ता धर्माधिकारी द्वारा निर्देशित थी, इस फिल्म में जागीरदार की कई छवियां हैं, साथ ही कलेक्शन में दिग्गज कलाकार डेविड अब्राहम और अभिनेत्री रेखा भी हैं।
जागीरदार को प्रभात स्टूडियो के प्रोडक्शन में लोकमान्य तिलक की भूमिका निभानी थी, जो नहीं चली, तिलक की वेशभूषा और गेटअप में उनकी ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर कलेक्शन का हिस्सा है।
तिलक के रूप में जागीरदार की यह आइकोनिक इमेज अस्वाभाविक रूप से सिमिलर है और कई अवसरों पर तिलक की ओरिजिनल इमेज के रूप में पास हो गई है।
प्रकाश मगदूम ने कहा, “हम भारतीय सिनेमा के एक प्रमुख कलाकार की तस्वीरों के इस रेयर कलेक्शन को प्राप्त करके वास्तव में खुश हैं।
आइकोनिक प्रभात स्टूडियो में अपना करियर शुरू करने के बाद, गजानन जागीरदार ने 1961-1962 के दौरान भारत के फिल्म इंस्टिट्यूट के पहले प्रिंसिपल के रूप में भी काम किया था।
प्रिजर्वेशन के लिए उनकी तस्वीरें प्राप्त करना एक तरह से ‘एनएफएआई’ के साथ इन दोनों इन्स्टिटूशन के आर्गेनिक कनेक्शन के कारण घर में आना हैं।”
कलेक्शन की सबसे पुरानी तस्वीरों में से एक 1935 की फिल्म ‘असीर हवीस’ के अलावा एक 1938 की फिल्म ‘मीठा जहर’ की एक इमेज है, जिसमें जागीरदार नसीम बानो के साथ दिखाई दे रहे हैं।
प्रभात स्टूडियो की इसी नाम की फिल्म में रामश्री के रूप में उनकी प्रमुख भूमिका में जागीरदार की कई तस्वीरें हैं, 1944 में प्रदर्शित इस फिल्म में इस भूमिका के लिए उन्हें आलोचनात्मक प्रशंसा के साथ–साथ अपार लोकप्रियता भी मिली।
आनंद के साथ ‘गाइड’ और रेखा के साथ ‘उमराव जान’ में उनकी भूमिकाओं की तस्वीरें इस कलेक्शन का हिस्सा रही हैं
बंगाल फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा उन्हें इस फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार भी प्राप्त हुआ था।
मराठी और हिंदी में क्रमश व्ही.शांताराम की क्लासिक द्विभाषी ‘शेजारी’ और ‘पड़ोसी’ (1941) में मिर्जा के रूप में जागीरदार की एक ओर मशहूर भूमिका आज भी याद की जाती है, कलेक्शन में इस भूमिका के बारे में जागीरदार की कई तस्वीरें हैं।
जागीरदार मुंबई के पहले कलाकारों में से एक थे जिन्होंने लाहौर फिल्म इंडस्ट्री में निर्देशन किया और उनकी फिल्म ‘बेहराम खान’ (1946) काफी लोकप्रिय हुई।
फिल्मों की बाहरी शूटिंग की कुछ आश्चर्यजनक तस्वीरें भी कलेक्शन का हिस्सा हैं। 1961-1962 के दौरान एफटीआईआई के प्रिंसिपल के रूप में जागीरदार की कई तस्वीरें कलेक्शन में हैं।
अपने बाद के करियर में उन्होंने अपने स्वयं के अभिनेता अकादमी की स्थापना की थी और कक्षाओं के संचालन की उनकी तस्वीरें भी कलेक्शन में हैं।
देव आनंद के साथ ‘गाइड’ और रेखा के साथ ‘उमराव जान’ में उनकी भूमिकाओं की तस्वीरें इस कलेक्शन का हिस्सा रही हैं।
बाद में जागीरदार ने दूर दर्शन के लिए फिल्में और टीवी धारावाहिक बनाए और संजीव कुमार को ‘जादुगर’ के लिए निर्देशित करने और रवींद्र मनकानी को ‘स्वामी’ के सेट पर निर्देश देने की उनकी तस्वीरें कलेक्शन का हिस्सा हैं।
प्रकाश कहते है, “मैं पिछले कुछ दिनों से श्री अशोक जागीरदार के संपर्क में था और इन तस्वीरों को दान करने के इस अद्भुत संकेत के लिए मैं वास्तव में उनका आभारी हूं।
अब हम इन तस्वीरों को डिजिटाइज करेंगे ताकि इन्हें भारतीय सिनेमा के शोधकर्ताओं द्वारा एक्सेस किया जा सके।” संयोग से, इस वर्ष एनएफएआई के अनुसंधान कार्यक्रम के हिस्से के रूप में।
जागीरदार के जीवन और कार्यों पर एक मोनोग्राफ एफटीआईआई में टीवी डायरेक्शन के प्रमुख प्रो मिलिंद दामले द्वारा लिखा जा रहा है!
अनु–छवि शर्मा