धर्मेंद्र नहीं चाहते थे हेमा मालिनी बने पॉलिटिशियन?

हेमा मालिनी भाजपा के साथ लोकसभा सीट के लिए तीसरी उम्मीदवारी हैं।

उन्होंने बताया कि शुरू में धर्मेंद्र ने उनकी राजनीतिक करियर को स्वीकार नहीं किया था।

हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र को यह बताया कि राजनीति में काम करना बहुत मुश्किल है।

हेमा मालिनी ने अपने पति धर्मेंद्र को राजनीति में काम करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

हेमा मालिनी ने विनोद खन्ना के प्रभाव को भी याद किया और कहा कि उन्होंने उन्हें बहुत कुछ सिखाया।

धर्मेंद्र ने 2004 से 2009 तक भाजपा के सांसद के रूप में कार्य किया था।

हेमा मालिनी ने अपने राजनीतिक कार्यकाल में अपने फिल्मी करियर और पर्सनल चीजों पर ध्यान केंद्रित किया।

उन्होंने संसद सत्र में शायद ही कभी भाग लिया, जिसकी आलोचना हुई।

धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी को राजनीतिक सफर में प्रेरित किया था।

हेमा मालिनी ने राजनीति में काम करने के लिए अपनी प्रबंधन क्षमता को दिखाया।