Radhikka Madan: विभिन्न प्रकार की भूमिकाएं ही अभिनय जीवन का सार हैं

Radhikka Madan

बॉलीवुड अभिनेत्री राधिका मदान ने विभिन्न प्रकार की भूमिकाओं के जरिए अभिनय में अपनी बहुमुखी प्रतिभा को साबित किया है।

Radhikka Madan

महाराष्ट्र दिवस पर, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने राधिका को उनकी फिल्मों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया।

Radhikka Madan

राधिका ने 'पटाखा' फिल्म के लिए राजस्थानी बोली सीखी और ग्रामीण राजस्थान की एक युवती का किरदार निभाया।

Radhikka Madan

'सरफिरा' फिल्म के लिए उन्होंने मराठी भाषा और संस्कृति की बारीकियों को समझा और इसे बखूबी निभाया।

Radhikka Madan

'सास बहू और फ्लेमिंगो' में उन्होंने फिर से राजस्थानी बोली का उपयोग किया, जिससे उनकी भाषाई क्षमता की पुष्टि हुई।

Radhikka Madan

नेटफ्लिक्स सीरीज़ 'रे' के लिए उन्होंने भोजपुरी बोली सीखी, जिससे उनके अभिनय में और यथार्थवाद आया।

Radhikka Madan

'मर्द को दर्द नहीं होता' फिल्म के लिए राधिका ने एक साल तक मार्शल आर्ट का कठोर प्रशिक्षण लिया और बिना बॉडी डबल के एक्शन सीक्वेंस किए।

Radhikka Madan

'काचे लिम्बू' फिल्म में उन्होंने क्रिकेट खेलना सीखा और व्यापक प्रशिक्षण लिया ताकि एक क्रिकेटर का किरदार सजीव लगे।

Radhikka Madan

'शिद्दत' फिल्म के लिए उन्होंने तैराकी में महारत हासिल की और जटिल जल दृश्यों को निभाया।

Radhikka Madan

राधिका मदान की अभिनय यात्रा उनके समर्पण और नई चुनौतियों को स्वीकारने की इच्छा से भरी हुई है।