Read Full Story
2024 में बॉलीवुड का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन निराशाजनक रहा है, जिसकी चर्चा अभिनेता अनुपम खेर ने की है। उन्होंने इस स्थिति के पीछे की वजहों को साझा किया।
Read Full Story
अनुपम खेर ने कहा कि सिनेमा देखने का अनुभव परिवार के साथ जुड़ा होता है, इसलिए फिल्मों की गुणवत्ता में सुधार की जरूरत है, खासतौर पर जब ओटीटी प्लेटफॉर्म और दूसरे मनोरंजन साधन मौजूद हैं।
Read Full Story
उन्होंने कहा कि हिंदी सिनेमा के लिए सबसे बड़ी चुनौती कहानी सुनाने की है। भारतीय फिल्मों को अपनी जड़ों से जुड़ी कहानियां बताने की आवश्यकता है, जो अभी भी संघर्ष कर रही हैं।
Read Full Story
अनुपम खेर ने ओटीटी प्लेटफॉर्म की बढ़ती मांग पर भी बात की। उन्होंने कहा कि ओटीटी ने बहुत से लोगों के लिए नौकरियां पैदा की हैं और कंटेंट की गुणवत्ता में सुधार किया है।
Read Full Story
खेर ने अपनी फिल्म "विजय 69" का उदाहरण दिया, जो अपनी मौलिक स्क्रिप्ट के कारण अलग है। उन्होंने बताया कि यह मानवीय कहानी है और इसमें कोई अनावश्यक तकनीकी प्रभाव नहीं हैं।
Read Full Story
उन्होंने कहा कि हिंदी सिनेमा को विभिन्न भाषाओं के दर्शकों को ध्यान में रखना चाहिए। अब समय आ गया है कि ऐसी कहानियां लिखी जाएं, जिन्हें दर्शक थिएटर में जाकर देखना चाहें।
Read Full Story
अनुपम खेर का मानना है कि थिएटर और ओटीटी दोनों का अपना महत्व है और वे एक-दूसरे के पूरक हो सकते हैं।
Read Full Story
ओटीटी ने कंटेंट के क्षेत्र में नई संभावनाएं खोली हैं और फिल्म इंडस्ट्री को इस बदलाव के साथ तालमेल बिठाने की जरूरत है।
Read Full Story
{{ primary_category.name }}