किरण राव ने संघर्ष के दिनों को किया याद,घर के किराए के लिए नही थे पैसे

फिल्म निर्माता किरण राव ने बताया कि उनके संघर्ष के दिनों में घर के किराए के लिए पैसे नहीं थे।

किरण राव ने विज्ञापनों से आर्थिक मदद प्राप्त की थी।

उन्होंने मुंबई में रहने की उच्च लागत से बचने के लिए कई काम एक साथ किए।

विज्ञापनों के काम से उन्हें कंप्यूटर और कार जैसी 'महंगी' चीजों का खर्च उठाने में मदद मिली।

उन्होंने अपनी पहली कार ₹ 1 लाख में खरीदी थी।

उन्होंने लगान फिल्म के सेट पर काम करने के बारे में बताया।

किरण राव के पास कोई एजेंसी नहीं थी और उन्होंने तनावपूर्ण माहौल में काम किया।

उन्हें कपड़ों की देखभाल का यह उबाऊ काम दोहरावपूर्ण और यांत्रिक लगता था।

किरण राव ने 14 वर्षों के बाद निर्देशन में वापसी की है।