मनीषा कोइराला ने कैंसर वाले समय को याद किया: 'मैं बहुत अकेली थी'

बॉलीवुड एक्ट्रेस मनीषा कोइराला ने कैंसर के समय अकेलेपन का अनुभव किया।

उनके दोस्तों ने उन्हें छोड़ दिया, लेकिन करीबी परिवार उनके साथ रहा।

उन्होंने यह भी बताया कि आर्थिक रूप से संपन्न होने के बावजूद, परिवार के सदस्य उनसे मिलने नहीं आए।

यह अनुभव उन्हें थेरेपी लेने के लिए प्रेरित किया, जो काफी फायदेमंद साबित हुई।

मनीषा कोइराला ने बताया कि उनकी बीमारी उनके काम की गति और मनोदशा को प्रभावित करती रहती है, विशेष रूप से 'हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार' सीरीज़ पर काम करते समय।

'हीरामंडी' 1940 के दशक में स्वतंत्रता-पूर्व युग की पृष्ठभूमि पर आधारित है।

इस सीरीज़ में मनीषा कोइराला के साथ कई स्टार कलाकार हैं।

मनीषा कोइराला की बीमारी ने उन्हें अकेलेपन का अनुभव कराया और परिवार की महत्वपूर्णता को समझाया।

उन्होंने इस अनुभव से सीखा कि असली महत्व उनके करीबी परिवार का है।

उन्होंने बताया कि वे चुनौतियों के बावजूद अपने स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करती हैं और कठिन दौर से गुज़रती हैं।