फिल्मकार प्रकाश झा ने हैदाराबाद विश्वविद्यालय के एक दलित छात्र की आत्महत्या के मामले में कहा है कि यह दुखद है कि छात्र ने जिंदगी की जगह मौत को चुना। दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के बारे में पूछे जाने पर झा ने संवाददाताओं से कहा कि आखिर वह कैसी स्थिति थी, जिसके कारण एक छात्र ने जिंदगी की जगह मौत को बेहतर समझा और आत्महत्या कर ली, यह बेहद दुखद है। झा ने रोष व्यक्त करते हुए कहा, “हर छात्र केवल प्रबंधक या इंजीनियर ही बनना चाहता है। हमने मानविकी पढ़ना क्यों छोड़ दिया है। मैं इस बारे में बेहद चिंतित हूं।

प्रकाश झा ने कहा कि उनकी शोध टीम इस मुद्दे पर काम कर रही है कि पिछले साल राजस्थान के कोचिंग संस्थानों के गढ़ माने जाने वाले कोटा में हर 10-15 दिनों में एक आत्महत्या केसे हुई।