मायापुरी अंक 12.1974
हंसी-हंसी में बात कैसे बिगड़ जाती है, इसका उदाहरण सुनिये काका और खलनायक मनमोहन में दूर का रिश्ता है और निकट ही दोस्ती भी है, पिछले दिनों काका ने हंसी-हंसी में मनमोहन को थप्पड़ मार दिया। (मनमोहन उस समय काका के घर बैठा था) मनमोहन काका से नाराज होकर चला गये। तीसरे दिन दोनों की इकट्ठी शूटिंग थी। तब काका ने मनमोहन की मना लिया और दोनों गले मिल गये।