मायापुरी अंक 17.1975
हम उस दिन के. आसिफ स्टूडियो गए तो वहां संजय से मुलाकात हो गई। तभी वहां विनोद मेहरा (विनोद और संजय ‘नागिन’ की शूटिंग कर रहे थे। हम से मिलने मौसमी चटर्जी वहां आ गई। राजकुमार कोहली ने मौसमी का सबसे परिचय करवाया तो संजय बोलेI am Sanjay star of coster
“हां यह तो मैंने भी सुना था कि परवीन ने आपके साथ कोई फिल्म ठुकरा दी है।“ मौसमी बोली।
“बात ऐसी नही है दरअसल यह अखबार वाले जरा-जरा सी बता को इस तरह उछाल देते हैं कि सामने वाले की छुट्टी हो जाती है।
“खैर कोई बात नही, मैं आपके साथ काम करूंगी। मौसमी ने उदारता का प्रदर्शन करते हुए हंस कर कहा। “Thank you मैं जल्द ही आपके पास आ रहा हूं। आपको साइन करने के लिए।“ संजय ने अपने तौर पर परवीन के दुर्व्यवहार पर पर्दा तो डाल दिया। किन्तु इसका क्या किया जाए कि अहमदाबाद के एक नौजवान सिधार्थ भट्टाचार्य ने परवीन पर आरोप लगाया है कि आज परवीन किसी को नही पहचानती। हालांकि सिधार्थ ही वह आदमी है जिन्हौंने सबसे पहले उन्हें स्टेज पर पेश किया जिसके कारण इशारा जैसे फिल्म मेकर उनकी ओर आकर्षित हुए।
परवीन के एक पुराने प्रेमी याकूब ने (जो कि जूना गढ़ का रहने वाला है) बताया है कि आज परवीन के पास किसी दोस्त के लिए समय नही है। उन्हौंने यह भी बताया कि परवीन की फिल्मों में आने की वजह से ही परवीन ने अपनी मंगनी (जो कि एक पाकिस्तानी के साथ हुई थी) भी तोड़ दी है।