मायापुरी अंक 13.1974
राधा सलूजा की 17 नवम्बर को लांस एन्जल्ज में डॉक्टर राज आनंद से मंगनी हुई थी। यह मंगनी पिछले सप्ताह टूट गई है, जिसके बाद राधा ने मंगनी की अंगूठी वापस कर दी है।
डॉक्टर राजानंद जिसका असली नाम रमेश चंद अग्रवाल है, एक अय्याश आदमी बताया जात है। इसी मकसद से उसने बांद्रा (बम्बई) में ‘सी बर्ड’ नामक एक पौश बिल्डिंग (जहां रेखा रहती है) में फ्लैट ले रखा है। राजानंद उसका फिल्मी नाम है। और शुरू में उसने हीरो बनने के लिए काफी हाथ पैर मारे थे। यह राजानंद नाम उसी जमाने की देन है। फिल्म लाईन में असफल होने के पश्चात उसने अमेरिका को अपना हैडक्वार्टर बना लिया था। ( वहां अय्याशी का समान बड़ी आसानी से मिल जाता है) ‘मेरे पति की पत्नी की शूटिंग के दौरान दोनों की भेंट हुई। और राधा उसके झांसे में आकर पत्नी का रोल अभिनीत करने को तैयार हो गई। राजानंद ने अपना मतलब निकाल कर उसे अपने दिल से निकाल दिया। और आरोप यह लगाय कि राधा फिल्म लाइन छोड़ना नही चाहती थी इसलिए मंगनी तोड़ दी है।
रोमांस के मामले में राधा की यह दूसरी बड़ी शिकस्त है। अब सुना है राधा ने आजीवन कुंवारी रहने का निश्चय किया है. देखें यह घाव कब भरता है?