नये वर्ष के आगमन को सलाम करते हुए शाहरुख कहते हैं कि वे अपने अन्दर एक जोश का अनुभव कर रहे हैं, ‘‘वर्ष 2015 को हम सब अब अलविदा, खुश रहो कहना चाहते हैं और वर्ष 2016 को कहते हैं ‘खुश आमदेद…यानी वेलकम। जैसे ही नव वर्ष की आहट सुनाई देती है, मैं नये नये मंसूबे बाँधने लगता हूं। मैं कभी पीछे आहट सुनाई देती है, मैं नये नये मंसूबे बाँधने लगता हूं। मैं कभी पीछे मुड़कर देखना पसन्द नहीं करता, मैंने क्या पाया, क्या खोया इसका हिसाब लेने में मैं वक्त नहीं गंवाता, जो आज है और जो कल होने वाला है उस पर मैं फोकस करना पसन्द करता हूं। जो बीत गया उस पर वक्त गंवाना बेकार है इसलिए मुझसे तो यह पूछो भी मत की 2015 आपका कैसा गया, ‘आप खुश है या नहीं’ जो आप लोग रेगुलर पूछते हो।
‘‘क्या वर्ष 2016 में भी आप तीन खानों के बीच फिल्म रिलीज़ डेटस को लेकर झगड़े होते रहेंगे?’’ इस पर शाहरुख ने आंखें तरेरी, ‘‘मुझे तो अब ये प्रश्न भी बोरिंग लगता है और शायद सलमान और आमिर भी बोर हो चुके हैं इस टाॅपिक से हम तीनों सालों से फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं, हम तीनों अपने अपने फील्ड और फिल्मों में कामयाब है, अपने फिल्मों के रिलीज डेटस को लेकर हम तीनों परेशान नहीं रहते हैं क्योंकि यह निर्माता की माथापच्ची हैं हम तीनों में कोई लड़ाई इशू नहीं है, फिर क्यों दुनिया हमें लड़ाने पर तुली रहती है। थैंक्स। आने वाले वर्षों में ऐसा ना हो।’’
‘‘नव वर्ष के रेजूलेशन्स क्या है?’’ ‘‘मैं हर साल कुछ संकल्प करता हूं, बहुत सारे उनमें से पूरे करता हूं, पर एक संकल्प पूरा होता नहीं है, और वो है सिगरेट छोड़ने का मेरी पत्नी और बच्चे मुझे हर वक्त आगाह करते रहते हैं। इस साल फिर से कोशिश करूंगा, सिगरेट इज़ इन्जुरिएस टू हेल्थ।’’ ‘‘इस बार किस त्योहार पर अपनी अगली फिल्म रिलीज करेंगे?’’ ‘‘त्योहारों पर फिल्में रिलीज करने का कोई मतलब नहीं, जिस दिन फिल्म रिलीज हो उसी दिन त्योहार है।’’