लिपिका वर्मा
शाहरुख खान की फिल्म, “फैन” का ट्रेलर लांच 29 फरवरी को हुआ। यह एक ऐसा दिन है जो चार वर्षों में एक बारी ही आता है। हालांकि ऑस्कर्स और लियोनार्डो डी केप्रियो सोशल नेटवर्किंग साईट पर ट्रेंड कर रहे थे किन्तु ज्यों ही शाहरुख़ की फिल्म, “फैन” के ट्रेलर लांच की बात शुरू हुई तो पिछले 48 घंटों में यह सबसे टॉप पर ट्रेंड करता रहा।
लिपिका वर्मा की नजर से देखें शाहरुख़ ने, “फैन लांच पर क्या कुछ कहा –
हँसते हुए शाहरुख़ जब स्टेज पर पहुंचे तो सबसे पहले लोगों की तरफ देखते हुए बोले- “यह आदि का ही निर्णय था कि पुराने ज़माने की तरह लड़कियों और लड़कों को अलग अलग बैठाया जाये ताकि कोई भी किसी तरह की अड़चन किसी को भी न आए और यह देख कर आज मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि सब के सब बहुत ही अनुसाशित ढंग से बैठे हुए हैं। मैं तो खुद ही इतना अनुसाशनहीन हूं तो आप लोगों को क्या बोलूं। ”
फिल्म ‘फैन’ कैसे बनी ?
यह फिल्म मेरे लिए बहुत ही ख़ास है क्यूंकि लगभग 25 साल पहले जब मैं मुंबई आया था तो मैं कुमार गौरव का बहुत बड़ा फैन हुआ करता था और उन्हीं से प्रेरित होकर यहाँ पर आया था और जब कुछ वर्षों पहले निर्देशक मनीष शर्मा ने मुझे यह कहा कि उन्हें एक फैन पर आधारित फिल्म मुझे लेकर बनानी है और यह भी कहा कि वह उनकी ख्वाहिश रही है। कुछ वर्ष बीत गए फिर यही वय आर एफ, में जब में चेन्नई एक्सप्रेस के लिए डबिंग कर रहा था तब मनीष ने मुझे अपनी ख्वाहिश वापस जाहिर की और फिर हम सबने मिलकर यह तय किया कि हम यह फिल्म बनायेंगे। हालांकि आदि ने मुझ से पूछा भी कि यह कैसे मुमकिन होगा तब मैंने कहा रेड चिल्लीज में टेक्नोलॉजिकली हम काफी एकुपाइड है सो यह मुमकिन हो पायेगा। आशा करते हैं कि हमारे साथ सबको यह फिल्म अच्छी लगे। हम सब की ऐसी कोशिश होती है की सारे 1 सौ करोड़ लोगो को अपनी फिल्मो द्वारा एंटरटेन कर पाये।
कुमार गौरव आपका चहेता एक्टर क्यों रहा बचपन में ?
मुझे ऐसा लगता था, जब मैं छोटा सा था तो मैं कुमार गौरव की तरह ही लगता हूँ और अब 50 वर्ष में अपने पापा की तरह लगता हूँ। जब मैं मुंबई आया था तो सब लोगों ने कहा मैं कुमार गौरव की तरह लगता हूँ। तब मुझे बहुत अच्छा लगता था यह सुनकर। दरअसल किसी न किसी का कोई न कोई एक्टर पसंदीदा होता ही है, मेरा यही कहना है उनसे कि अपने चहेते एक्टर की सबसे अच्छी चीज़ लेकर दुनिया में आगे बढ़ो और पावरफुल बनो।
फैन फिल्म में आइटम नंबर नहीं है क्या ?
जी नहीं इस फिल्म में जैसी एक्टिंग मैंने अपनी पिछली फिल्मों में की है उससे कुछ अलग ही कर रहा हूँ। मनीष को इसका श्रेय जाता है। इस फिल्म में कोई गाना नहीं है और न ही कोई आइटम नंबर भी। यह एकदम प्योर कहानी है और तो और मेरा सिग्नेचर स्टेप भी देखने को नहीं मिलेगा इस फिल्म में बहुत लोगों को लगता है, क्रिटिक भी यही लिखते हैं कि मैं वही एक्टिंग करता हूँ, तो दोस्तों इस में कुछ अलग देखने को मिलेगा, कई लोगों को मेरा किरदार पसन्द आएगा और कई लोगों को नहीं पर हमने अपना बेस्ट दिया है जो हम सब अपनी हर फिल्म में करते हैं।
अपने पहले फैन मोमेंट के बारे में कुछ बतायें ?
दिल्ली में जब मैं पहली बारी थ्री व्हीलर में जा रहा था तो दो लेडीज – शायद माँ बेटी होगी ने चिल्ला कर मुझे अभिमन्यु कह कर पुकारा तब मुझे स्टारडम का एहसास हुआ और वह दोनों जहाँ कहीं भी होंगी उनको ढ़ेर सारा प्यार और धन्यवाद। मेरी स्टारडम स्टेटस एक टीशर्ट की तरह पहनी जा सकती है मैं जैसा सुबह नहा धो कर निकलता हूँ बस वैसा ही हूँ। कई बारी अवॉर्ड फंक्शन में लोग मुझ से कहते क्या यार तुम सूट पहन कर क्यों नहीं आये। शर्ट में ही चले आये ? मैं बहुत नॉर्मल व्यक्तित्व रखता हूँ और नार्मल एक्टिंग भी करता हूँ पर फैन फिल्म में सुपर स्टारडम कुछ अलग सा दिखाया है मैं रियल ज़िन्दगी में वैसा बिल्कुल भी नहीं हूँ।
जब आप पहली बार मुंबई आए तो क्या अनुभव रहा ?
आज भी मुझे याद है, दिल्ली से जिस गाड़ी में रिजर्व डब्बे में आया था, सो मैंने सोचा इस में बैठ कर आगे चला जाऊंगा। मुझे ज़रा भी ज्ञान नहीं था कि यह लोकल गाड़ी है। मैं अपनी रिजर्व्ड सीट पर किसी को भी नहीं बैठने दे रहा था, सिर्फ एक महिला को बैठने दिया इज्ज़त करता हूँ महिलाओं की इसलिए। लेकिन किसी और को नहीं बैठने दिया तो एक महिला ने मेरे गाल पर थप्पड़ जड़ दिया उसने मुझे यह ज्ञान दिया – यह बर्थ सबका है !!