महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को प्रसिद्ध गायिका आशा भोसले को महाराष्ट्र सरकार के सर्वोच्च सम्मान महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार के लिए चुना गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में एक समिति ने साल 2020 के लिए पुरस्कार के लिए भोंसले को नामित करने का निर्णय लिया।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा 1996 में स्थापित इस पुरस्कार को राज्य के प्रतिष्ठित लोगों की विशिष्ट कार्यों और उपलब्धियों को मान्यता देने के लिए, जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं उन्हें दिया जाता है।
My heart felt gratitude to the people of Maharashtra for conferring upon me the highest level of honour the state can award to an individual – the Maharashtra Bhushan Award.
Eternally grateful 🙏🏼
Jai hind. Jai Maharashtra pic.twitter.com/1WWejGSSiQ
— ashabhosle (@ashabhosle) March 25, 2021
सम्मान के लिए अपना आभार व्यक्त करते हुए, आशा भोसले ने ट्विटर पर लिखा, “मैं महाराष्ट्र के लोगों का आभार वक्त करती हूँ। मुझे इतने बड़े पुरस्कार “महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार” से सम्मानित करने लायक समझा।”
Just got the news of being bestowed the Maharashtra State highest honour to a civilian – Maharashtra Bhushan Puraskar. And no better people to enjoy it with than with your own. @ZanaiBhosle Thank you all for your love and blessings. Jai Maharashtra 🙏🏼 Jai Hind 🇮🇳 pic.twitter.com/7fODtVxYPl
— ashabhosle (@ashabhosle) March 25, 2021
उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें उनकी पोती ज़नाई को गायक से सम्मान प्राप्त करने के लिए उसकी भावनाओं के बारे में पूछते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने ट्वीट किया, “बस एक नागरिक को महाराष्ट्र राज्य के सर्वोच्च सम्मान – महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की खबर मिली। @ZanaiBhosle आप सभी के प्यार और आशीर्वाद के लिए धन्यवाद। जय महाराष्ट्र।”
आपको बता दें कि आशा भोसले की बहन और मशहूर गायिका लता मंगेशकर ने साल1997 में यह पुरस्कार जीता था।
8 सितंबर, 1933 को सांगली जिले में जन्मे, आशा भोंसले को उनके पिता, प्रसिद्ध मराठी मंच अभिनेता-गायक दीनानाथ मंगेशकर ने संगीत में दीक्षा दी थी।1944 में एक मराठी फिल्म के लिए अपना पहला गीत गाया था। उन्होंने कई प्रमुख भारतीय भाषा में हजारों गाने गाए है।
आशा भोंसले ने कई अवॉर्ड जीते हैं जिनमें से दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार, आठ बार प्रतिष्ठित फिल्मफेयर पुरस्कार और 2001 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार शामिल हैं। उन्हें साल 2000 के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया था।