भारत के लीडिंग प्राइमरी स्टील प्रोड्यूसर्स में से एक श्याम स्टील इंडिया के लिए सोनू सूद बिल्ड इंडिया एंबेसडर के रूप में सामने आए है।
ज्योति वेंकटेश
सोनू सूद ने कंपनी की पहली पहल– ‘खुद कमाओ घर चालाओं’ में ई–रिक्शा डिस्ट्रीब्यूशन कैंपेन किया
कंपनी ने वैश्विक महामारी के मद्देनजर अधिकारियों द्वारा किए गए लॉकडाउन मेशर्ज के कारण प्रभावित कई लोगों की आजीविका (लाइवलीहुड) को धीरे–धीरे ऊपर उठाने का संकल्प लिया है।
यूएनडीपी के विशेष मानवतावादी एक्शन अवार्ड विजेता, सोनू सूद ने कंपनी की पहली पहल– ‘खुद कमाओ घर चालाओं’ का अनावरण करते हुए, भारत के विभिन्न हिस्सों में ई–रिक्शा डिस्ट्रीब्यूशन कैंपेन किया।
जिससे उन्होंने उन लोगों की मदद की जिन्होंने इस नेशनवाइड लॉकडाउन के कारण अपनी रोजी–रोटी को खो दिया है। कंपनी ने 360 डिग्री कैंपेन की योजना बनाई।
आवेदकों का मूल्यांकन किया जाएगा और सामाजिक–आर्थिक मापदंडों पर ई–रिक्शा वितरित किए जाएगे।
अपनी पहली पहल के बारे में बात करते हुए, श्याम स्टील इंडिया के निदेशक, श्री ललित बेरिवाला ने कहा, “हम अपने डेली डे के कारोबार में भारत के नागरिक और बुनियादी भविष्य का निर्माण करते हैं लेकिन जब तक हम विकास नहीं करते हैं और मानव विकास में योगदान नहीं देते हैं।
तब तक हमारा भविष्य उज्ज्वल नहीं हो सकता है। हमारे समाज के निचले तबके के लोग महामारी और पोस्ट लॉकडाउन आर्थिक कठिनाई के कारण प्रमुख रूप से प्रभावित हुए हैं।
हम एक जिम्मेदार भारतीय कंपनी के रूप में कुछ के साथ खड़े होने के इस समय को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं, जिससे उन्हें अपनी रोजीरोटी, अपने भविष्य के पुनर्निर्माण (रिबिल्ड) में मदद मिल सके।”
इसके बारे में बात करते हुए, सोनू सूद कहते हैं, “पिछले कुछ महीनों में मुझे लोगों से बहुत प्यार मिला है। और इसने मुझे उनके साथ खड़े रहने के लिए प्रेरित किया है।
इसलिए, मैंने श्याम स्टील के साथ ‘खुद कमाओ घर चलाओ’ पहल शुरू की है। मेरा मानना है कि आपूर्ति प्रदान करने की तुलना में नौकरी के अवसर प्रदान करना अधिक महत्वपूर्ण होता है।
मुझे यकीन है कि यह पहल उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर फिर से अपने पैरों पर खड़े होने में मदद करेगी।”
श्याम स्टील इंडिया के पास यूपी, बिहार, झारखंड, ओडिशा और उत्तर पूर्व के प्रमुख भारतीय राज्यों में एक डिस्ट्रीब्यूटर्स और रिटेल नेटवर्क है।
डिजिटल फूटप्रिंट्स में कैंपेन के अलावा, देश के अन्य हिस्सों में स्थित संरक्षकों को भी भारत के अंतिम मील के लिए पहल की जाएगी।
अनु– छवि शर्मा