सतीश कौशिक और मनीष त्रिपाठी सबसे बड़े मास्क के बारे में बताते है जिसका यूपी के सीएम श्री योगी आदित्यनाथ 2 जनवरी को अनावरण करेंगे
–ज्योति वेंकटेश
72.28 स्क्वायर मीटर के वर्तमान विश्व रिकॉर्ड को हराकर मास्क को 100 स्क्वायर मीटर से अधिक बड़ा बनाया जाएगा
यूपी के वी आई बी ‘उत्तर प्रदेश खादी और विलेज इंडस्ट्रीज बोर्ड’ के सहयोग से ओड्रा फाउंडेशन और डिजाइनर मनीष त्रिपाठी, विश्व के सबसे बड़े मास्क को गिनीज वल्र्ड रिकॉर्ड के लिए बनाने के एक मिशन पर हैं।
टीम 10 अलग–अलग राज्यों से मास्क के लिए कपड़े इकट्ठा कर रही है, जो 10,000 किलोमीटर की दूरी को कवर करता है। यूपी के वी आई बी ने 75 में से प्रत्येक जिले से 2 मीटर खादी का कपड़ा भी प्राप्त किया है।
एकत्र किए गए कपड़े को एक साथ सिल कर 72.28 स्क्वायर मीटर के वर्तमान विश्व रिकॉर्ड को हराकर मास्क को 100 स्क्वायर मीटर से अधिक बड़ा बनाया जाएगा।
मास्क बनाने के लिए उपयोग किए जाने वाले रॉ मटेरियल को बाद में सेल्फ हेल्प ग्रुप के साथ आल्टरनेट प्रोडक्ट्स बनाने के लिए पुनर्नवीनीकरण (रीसाइकल्ड) किया जाएगा जो बाजार के लिए आगे की कड़ी प्रदान करेगा।
यह प्रयास प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन’ के मंत्र के अनुरूप है और एक आत्मनिर्भर भारत के रूप में उनका विजन ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्म निर्भर भारत’ के राष्ट्रीय आंदोलन में योगदान देगा।
22 दिसंबर को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में सतीश कौशिक ने कहा, “मनीष त्रिपाठी जैसे लोगों को देखना बहुत अच्छा लगता है जो जागरूकता फैला रहे हैं और महामारी के दौरान अपना काम कर रहे हैं जबकि हम सभी घरों में बंद थे।
ग्रामीण महिलाओं का मास्क बनाने के लिए एक साथ आना, उन्हें सशक्त दिखाने का एक अद्भुत तरीका है। ऐसे कठिन समय के दौरान लोगों को एक साथ लाने का यह एक शानदार तरीका है।”
मास्क पहनने के महत्व के बारे में बात करते हुए, कौशिक ने आगे कहा, “यह याद रखने की जरूरत है कि मास्क पहनकर आप न केवल खुद को बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी बचा सकते हैं। हम सभी को जिम्मेदारी के साथ व्यवहार करना चाहिए।”
फिल्म इंडस्ट्री पर पड़े महामारी के प्रभाव के बारे में बात करते हुए, कौशिक ने कहा, “महामारी ने हम सभी को प्रभावित किया है, यहां तक कि हमारी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को भी।
“यह याद रखने की जरूरत है कि मास्क पहनकर आप न केवल खुद को बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी बचा सकते हैं” सतीश कौशिक
जॉब्स गवानें के अलावा, फिल्में रिलीज नहीं हो रही थीं, और हमने अपनी इंडस्ट्री से बहुत सारे लोगों को भी खो दिया है। प्रतिबंधों के कारण लोग अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके।
यह बहुत ही निराशाजनक रहा हैं। हम अभिनेताओं ने छोटे–छोटे तरीकों से लोगों को खुश करने के लिए ऐसी चीजें करने की कोशिश की है जिससे चेहरे पर मुस्कान आए।”
डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने कहा, “हमने लॉकडाउन के दौरान कम्युनिटी हेल्पर्स को मुफ्त मास्क बाॅटना शुरू किया।
तब हमें एहसास हुआ कि हमें लोगों को उनकी आजीविका के साथ समर्थन करने की भी आवश्यकता है क्योंकि महामारी ने सभी को प्रभावित किया था, खासकर गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को।
इसलिए हमने ग्रामीण महिलाओं के साथ अपनी यात्रा शुरू की जहां हमने उन्हें स्टिच मास्क और अन्य उत्पादों की ट्रेनिंग दी।
सबसे बड़ा मास्क इन महिलाओं को एक श्रद्धांजलि है जो हमारे साथ जुड़ी हुई हैं और आज गर्व से अपनी पारिवारिक आय में योगदान भी दे रही हैं।”
अभिनेत्री इशिता राज ने कहा, “कई बार जब लोग विशेषकर महिलाओं को इतना शक्तिहीन महसूस करते थे, तो यह देखकर खुशी होती है कि इस तरह की पहल ने उन्हें शक्तिशाली महसूस कराया।”
मास्क हमारे जीवन का एक आवश्यक हिस्सा बन गया है जिसने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कोविड-19 के प्रकोप के बाद से, इंडियन डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने अपनी पहल “शहर से गाँव तक” के तहत हजारों ग्रामीण महिलाओं को मास्क सिलने के लिए नियोजित और प्रशिक्षित किया है।
यूपी के सीएम श्री योगी आदित्यनाथ जी 2 जनवरी को लखनऊ में एक कार्यक्रम में भाग लेंगे और विश्व रिकॉर्ड के लिए इस मास्क का अनावरण करेंगे।